Ram Mandir Inauguration: अयोध्या राम मंदिर (Ram Mandir) में स्थापित करने के लिए कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज (Arun Yogiraj) की बनाई रामलला की मूर्ति का चयन कर लिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने सोमवार को यह जानकारी सार्वजनिक की है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कृष्णशिला पर बनाई गई इस मूर्ति का वजन 150 से 200 किलोग्राम है।
चंपत राय (Champat Rai) ने बताया कि मूर्तिकार अरुण योगीराज (Arun Yogiraj) ने केदारनाथ में शंकराचार्य की मूर्ति बनाई है, इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा बनाई है। अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाने के दौरान उन्हें पंद्रह पंद्रह दिन तक मोबाइल तक से दूर रखा गया। उनकी बनाई गई मूर्ति का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर (Ram Mandir) में जो मूर्ति स्थापित होगी, वो प्रभु श्री राम की 5 साल की अवस्था की है।
श्रीरामलला की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार ने प्रतिमा बनाने के दौरान कार्य में खलल न पड़े, इसके लिए महीनों अपने परिजनों से बातचीत तक नहीं की। यहां तक की बच्चों की सूरत भी नहीं देखी। उनकी एकाग्रता की मिसाल सोमवार को चंपत राय ने सभी के समक्ष रखी। उन्होंने बताया कि प्रतिमा का निर्माण करने वाले मैसूर के निवासी अरुण योगीराज ने मूर्ति निर्माण कार्य के दौरान जिस तरह से जीवन व्यतीत किया है शायद आप सोच भी नहीं सकते। कार्य के दौरान महीनों तक फोन को हाथ तक नहीं लगाया। अपने बच्चों और परिजनों तक से बात नहीं की।
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उन्होंने बताया कि अरुण योगीराज अनेक पीढ़ियों से मूर्ति निर्माण के कार्य से जुड़े हैं। उनके पूर्वज भी यही काम करते आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार केदारनाथ में शंकराचार्य की प्रतिमा उन्होंने ही बनाई है। दिल्ली में इंडिया गेट के नीचे सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी उन्होंने ही बनाई है। श्रीरामलला की मूर्ति चयन की प्रक्रिया में उन्हीं की मूर्ति का चयन किया गया। सभी ट्रस्टीज ने उनकी मूर्ति की प्रशंसा की है।
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