नई दिल्ली। अवसरवाद की राजनीति में कौन नेता कब किस पार्टी में शामिल हो जाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ ऐसी भगदड़ मची हुई है। यहां टीएमसी के जहां कई कद्दवार नेता इस समय बीजेपी में आ गए हैं, वहीं आज पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने टीएमसी का दामन थाम लिया है। यशवंत सिन्हा ने कोलकाता स्थित टीएमसी कार्याजय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा वर्ष 2014 के बार से पीएम मोदी के विरोधियों में से एक हैं।
चुनाव प्रचार की संभाल सकते हैं कमान
हालांकि पश्चिम बंगाल चुनाव से ऐन वक्त पहले उनका टीएमसी में शामिल होने का मतलब भी यही निकाला जा रहा है कि बीजेपी को नुकसान पहुंचाने की मंशा के तहत उन्होंने ममता के साथ आने का फैसला लिया है। यह माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में वह टीएमसी का प्रचार करेंगे। उनके पास केंद्र सरकार के खिलाफ हमला बोलने का यह सबसे सही वक्त है। यशवंत अक्सर मोदी सरकार की आलोचना करते रहते हैं। जबकि वर्ष 2014 से 2019 के दौरान उनके बेटे जयंत सिन्हा पार्टी से राज्यमंत्री रहे, बावजूद इसके उन्होंने कई बार पीएम मोदी की आलोचना की।
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आठ चरणों में होने हैं चुनाव
गौरतलब है कि 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल 8 चरणों में मतदान होना है। 27 मार्च को पहले चरण का मतदान होना है और दूसरे चरण की वोटिंग 1 अप्रैल को होनी है। तीसरे राउंड की 6 अप्रैल को और 10 अप्रैल को चौथे चरण की वोटिंग होगी। पांचवें चरण की वोटिंग 17 अप्रैल को तथा छठे चरण की वोटिंग 22 अप्रैल को होगी। इसी क्रम में 26 अप्रैल को सातवें और 29 अप्रैल को आखिरी यानी आठवें चरण का मतदान होगा। वोटों की गिनती 2 मई को की जाएगी।
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