लखनऊ: सरस्वती कुंज निरालानगर स्थित प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया डिजिटल सूचना संवाद केंद्र लखनऊ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य में विद्या भारती अवध प्रांत द्वारा आयोजित प्रांतीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला 18 अक्टूबर से चल रही है, जो कि 23 अक्टूबर तक चलेगी। शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन सत्र 19 अक्टूबर को दिनेश कुमार क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख द्वारा 360 डिग्री आकलन विषय पर चर्चा की गई। द्वितीय दिवस 20 अक्टूबर को डा. जय प्रताप सिंह, मंत्री विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश द्वारा स्वविकास एवं स्वमूल्यांकन विषय पर मार्गदर्शन मिला।
वहीं, तृतीय दिवस 21 अक्टूबर को एनईपी में वर्णित नई शब्दावली पर शिवकुमार, अखिल भारतीय मंत्री विद्या भारती का पाथेय प्राप्त हुआ। इसी क्रम में 22 अक्टूबर को समग्र विकास की संकल्पना विषय पर हेमचन्द्र, क्षेत्रीय संगठन मंत्री विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा हिन्दुत्व एक दृष्टि एवं जीवन शैली विषय पर यतीन्द्र शर्मा, अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री, विद्या भारती द्वारा विषय प्रस्तुत किए गए। इसके अतिरिक्त स्कूल स्किलिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी, अनुभावात्मक अधिगम, शैक्षिक प्रबंधन, 21वीं सदी की कौशल कला, समकेतिक शिक्षा, विद्यालय निरीक्षण की निर्माण क्षमता, गतिविधियों द्वारा विद्यालय विकास विषय पर रोहित द्विवेदी, रजनीश पाठक, राजेन्द्र बाबू, राजकुमार सिंह, मिथलेश कुमार अवस्थी ने अपने विचार व्यक्त किए।
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वहीं दूसरी कार्यशाला प्रांतीय शिशु वाटिका आचार्या प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल, बाल्यावस्था में माता की भूमिका आदि विषयों पर मार्गदर्शन किया गया। साथ ही बैगलेश इजुकेशन (बस्ता विहीन), खेल—खेल में शिक्षा के अंतर्गत भाषा शिक्षण हीरा श्रीमती हीरा सिंह व गणित शिक्षण ऊषा शुक्ला द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस प्रशिक्षण में अवध प्रांत के 13 जिले के समस्त संकुल प्रमुख, प्रधानाचार्य एवं जिला प्रशिक्षण प्रमुख सहित कुल 38 प्रधानाचार्य एवं 36 आचार्या बहनें जिला/ संकुल स्तर पर प्रशिक्षण देने हेतु मास्टर ट्रेनर बनने की प्रक्रिया में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। प्रधानाचार्य एवं आचार्यों के अलग-अलग समानान्तर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
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