नौतनवा/महराजगंज: आर्थिक तंगी और गरीबी एक बार फिर इंसानियत पर भारी पड़ी। महराजगंज के नौतनवा में लव कुमार पटवा की मौत के बाद उनके बच्चों को पिता के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी भी नहीं मिल पाई। बेबस बच्चे ठेले पर पिता का शव लेकर मदद के लिए भटकते रहे। देखते ही देखते शव सड़ने लगा, जिससे बच्चों की हालत और खराब हो गई।
इस दुखद घटना की जानकारी जब पटवा समाज कल्याण समिति को मिली, तो उन्होंने तुरंत कदम उठाया। रविवार को समिति का एक प्रतिनिधिमंडल बच्चों से मिलने पहुंचा और उन्हें तत्काल 21,000 रुपये की आर्थिक मदद दी।
समिति के संरक्षक शिवाजी प्रसाद पटवा ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सबसे छोटे बच्चे की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का जिम्मा लिया है। वहीं, बाकी दो बच्चों के लिए रोजगार की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।

सरकारी योजनाओं की जानकारी
समिति ने प्रशासन से भी संपर्क साधा है। प्रतिनिधिमंडल ने उपजिलाधिकारी और तहसीलदार से मिलकर यह जानने की कोशिश की है कि बच्चों को सरकार की तरफ से क्या-क्या मदद मिली है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या उनके नाम पर मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आवेदन किया गया है या नहीं।
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समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि बच्चों के आयुष्मान आरोग्य कार्ड और राशन कार्ड जल्द से जल्द बन जाएं, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस मुश्किल घड़ी में पटवा समाज ने इन बच्चों का सहारा बनकर एक मिसाल पेश की है।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में संरक्षक शिवाजी प्रसाद पटवा चन्द्रमोहन पटवा, अध्यक्ष विजय पटवा, महामंत्री अश्वनी आर्य पटवा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री राधेश्याम देववंशी, प्रदेश अध्यक्ष आलोक पटवा, राजेश पटवा, विनोद पटवा, मणीचंद पटवा, लवकेश पटवा, समय प्रसाद पटवा, विपिन पटवा, दुर्गेश पटवा, संजय पटवा, मनीष पटवा, कृष्णमोहन पटवा, दर्शन पटवा, सूरज पटवा आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट- राधेश्याम पटवा
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