Astrology: सुबह धरती पर पैर रखने से पहले करें प्रणाम, जानें क्या है मर्म

पं. वेद प्रकाश तिवारी Astrology: हिंदू धर्म या सनातन धर्म में सुबह उठने के बाद धरती पर पैर रखने से पहले उसे प्रणाम करने की सलाह दी गई है। ऐसा…

Pauranik Katha: संत की खीर

Pauranik Katha: संत श्री रघुनाथ दास गोस्वामी राधाकुंड गोवर्धन में रहकर नित्य भजन करते थे। नित्य प्रभु को 1000 दंडवत प्रणाम, 2000 वैष्णवों को दंडवत प्रणाम और 1 लाख हरिनाम…

Pauranik Katha: कृपाचार्य और द्रोणाचार्य की रोचक कथा

Pauranik Katha: गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाव्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक…

Pauranik Katha: अर्जुन और भगवान शिव का युद्ध

Pauranik Katha: हिमालय की तराई में एक सघन वन था, वन में तरह-तरह के पशु-पक्षी रहते थे। वहीं जगह-जगह ऋषियों की झोंपड़ियां भी बनी हुई थीं। ऐसा लगता था मानो…

Pauranik Katha: सती अनसुइया के सतीत्व में फंसे त्रिदेव, बालक रूप में लेना पड़ा जन्म

Pauranik Katha: सती अनुसूया महर्षि अत्रि की पत्नी थीं, जो अपने पतिव्रता धर्म के कारण सुविख्यात थी। अनुसूया का स्थान भारतवर्ष की सती-साध्वी नारियों में बहुत ऊँचा है। इनका जन्म…

Pauranik Katha: मणि के लिए कृष्ण और जामवंत में हुई थी लड़ाई

Pauranik Katha: स्यमंतक मणि को इंद्रदेव धारण करते हैं। कहते हैं कि प्राचीनकाल में कोहिनूर को ही स्यमंतक मणि कहा जाता था। कई स्रोतों के अनुसार कोहिनूर हीरा लगभग 5,000…

Narada Jayanti: समस्त जीवों के परम आचार्य हैं ब्रह्मर्षि नारद

Narada Jayanti: ब्रह्मर्षि नारद कोई सामान्य महर्षि अथवा ब्रह्मर्षि नहीं है। वह समस्त जीव जगत के परम आचार्य हैं। वस्तुत सृष्टि में गुरुतत्व के मूल हैं। पथप्रदर्शक हैं। जीवन दृष्टि…

Narada Jayanti special: लोकमंगल के संचारकर्ता हैं नारद

Narada Jayanti special: ब्रम्हर्षि नारद (Narada) लोकमंगल के लिए संचार करने वाले देवता के रूप में हमारे सभी पौराणिक ग्रंथों में एक अनिवार्य उपस्थिति हैं। वे तीनों लोकों में भ्रमण…

Pauranik Katha: कौन हैं राधा, क्यों लिया जाता है श्रीकृष्ण से पहले नाम

Pauranik Katha: राधा मात्र एक नाम नहीं है, जिसे कृष्ण नाम के पहले लगाया जाता है। आज भी जब कहीं शाश्वत व आध्यात्मिक प्रेम की चर्चा होगी तो राधे-कृष्ण की…

Takshashila: विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला, जानें पाकिस्तान ने कैसे जमाया अधिकार

Takshashila: अयोध्या के राजा श्रीराम के भाई भारत के दो पुत्र थे तक्ष और पुष्कल। तक्ष के ही नाम पर तक्षशिला विश्वविद्यालय बना था। जो ईस्वी सन प्रारम्भ होने के…

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