Pauranik Katha: राजा मुचुकुन्द ने कालयवन को किया था भस्म

Pauranik Katha: त्रेता युग में महाराजा मान्धाता के तीन पुत्र हुए अमरीष, पुरू और मुचुकुन्द। युद्ध नीति में निपुण होने से देवासुर संग्राम में इंद्र ने महाराज मुचुकुन्द को अपना…

श्रीराम और श्रीकृष्ण की मर्यादा

श्रीमन नारायण भगवान विष्णु को मानव रूप धारण करके श्रीराम के नाम से अवतरित होने का निर्णय हो चुका था। त्रेता युग के इस महाअवतार श्रीराम के समक्ष सबसे बड़ी…