Kahani: अहंकार सत्य कथा

Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। कपड़े बुनकर बेचा करता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, विनम्र तथा दयालु था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था।…

Kahani: आत्मिक खजाना

Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…

Pauranik Katha: हनुमान जी और बाली युद्ध, फटने लगा था बाली का शरीर

Pauranik Katha: कथा का आरंभ तब का है, जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ कि जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा, उसकी आधी ताक़त…

Kahani: संसार की वास्तविकता

Kahani: पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि। वे कवि भी थे। उनकी पत्नी अत्यंत रूपवती थी। भर्तृहरि ने स्त्री के सौंदर्य और उसके बिना जीवन के सूनेपन पर…

Pauranik Katha: प्रणाम का महत्व

Pauranik Katha: महाभारत का युद्ध चल रहा था, एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर भीष्म पितामह घोषणा कर देते हैं कि मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा।…

Kahani: बन्द मुठ्ठी लाख की

Kahani: एक समय एक राज्य में राजा ने घोषणा की कि वह राज्य के मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए अमुक दिन जाएगा। इतना सुनते ही मंदिर के पुजारी…

Pauranik Katha: श्री हरि के वाहन गरुड़जी की रोचक कथा

Pauranik Katha: गरुड़ देव के ये रहस्य आपको आश्चर्यचकित कर देंगे। आखिरकार भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ का क्या रहस्य है? क्यों हिन्दू धर्म में उनको विशेष महत्व दिया जाता…

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