Gyan Ki Baat: जैसा अन्न वैसा मन
Gyan Ki Baat: एक बार एक ऋषि ने सोचा कि लोग गंगा में पाप धोने जाते है, तो इसका मतलब हुआ कि सारे पाप गंगा में समा गए और गंगा…
Gyan Ki Baat: एक बार एक ऋषि ने सोचा कि लोग गंगा में पाप धोने जाते है, तो इसका मतलब हुआ कि सारे पाप गंगा में समा गए और गंगा…
Gyan Ki Baat: भारत देश की सभ्यता संस्कृति का त्योहार एक अभिन्न अंग है। त्योहार हमारे जीवन में विभिन्न प्रकार की खुशियां, उमंग उत्साह लेकर आते हैं। इन्हीं त्योहारों में…
Gyan Ki Baat: एक बूढ़ा व्यक्ति प्रातः काल से ही घास काटने में लग गया। दिन ढलने तक वह इतनी घास काट चुका था कि कटी घास को घोड़े पर…
Gyan Ki Baat: एक साधु थे उनका न कोई आश्रम, न धर्मशाला और न कोई ठिकाना था। जहाँ रात होती वहीं ठहर जाते और भिक्षा से जो मिलता उससे भगवान…
Gyan Ki Baat: बचपन से आप सुनते आये होंगे कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान ने किसी न किसी रूप में जन्म लिया और बुराइयों का अंत किया।…
Gyan Ki Baat: भगवान राम के तीखे वाणों से दशानन धराशायी हो गया। भगवान जानते थे कि एक महा ज्ञानी, पंडित और राजनीतिज्ञ आज संसार से जा रहा है। उन्होंने…
Gyan Ki Baat: भाग्य और पुरुषार्थ का रहस्य बहुत ही गूढ़ है। दोनों में कौन श्रेष्ठ है? यह एक ऐसा प्रश्न है जिसके बारे में हर कोई जानने की इच्छा…
Pauranik Katha: महाभारत का युद्ध चल रहा था, एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर भीष्म पितामह घोषणा कर देते हैं कि मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा।…