Pitru Paksha: पितृ ऋण, पितृ दोष और पितृपक्ष की प्रासंगिकता
Pitru Paksha: पितृपक्ष के 15 दिन अति प्रासंगिक हैं। जीवन के सबसे महत्वपूर्ण। सबसे गंभीर। सबसे संवेदनशील और सर्वाधिक पवित्र। इन दिनों की ऊर्जा वर्ष के अन्य दिनों से बिल्कुल…
Pitru Paksha: पितृपक्ष के 15 दिन अति प्रासंगिक हैं। जीवन के सबसे महत्वपूर्ण। सबसे गंभीर। सबसे संवेदनशील और सर्वाधिक पवित्र। इन दिनों की ऊर्जा वर्ष के अन्य दिनों से बिल्कुल…
Pitru Paksha: शाब्दिक अर्थों में ‘पितृ’ से अर्थ ‘ पिता, पितर या पूर्वज’ आदि होता है, किंतु धार्मिक मान्यताओं में जब पितृपक्ष या पितरों की बात आती है, तो इससे…
Pitru Paksha: यह मर्त्य लोक है। जो कुछ भी दिख रहा है, उसे निश्चित तौर पर नहीं रहना है। मर्त्य शब्द मृतिका से जुड़ा है। मृतिका अर्थात मिट्टी। जो भी…
Pitru Paksha: प्रितिपक्ष की पितृ पूजा भी श्रीमन्नारायण की ही आराधना है। गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि वह पितरों में अर्यमा नामक पितर हैं। यह कह…
Pitru Paksha: प्रत्येक आकार का अंत अनिवार्य है। मृत को मृतिका में मिल जाने की अनिवार्यता है। यह विशुद्ध विज्ञान है। ऊर्जा विहीन देह को मृत कहा जा रहा, क्योंकि…
संजय तिवारी संस्कृति पर्व के प्रेरणाश्रोत स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती की पुण्य भूमि में दिन भर रहने का सुअवसर मिलना सौभाग्य ही है। काशी से केवल 46 किमी पूरब और…
संजय तिवारी Lucknow News: प्रत्येक मनुष्य के भीतर एक देवता हैं। उन देवता की शक्ति को महसूस कर उनसे साक्षात्कार कीजिए तो जीवन दिव्य हो जाएगा। ऐसा नहीं कि यह…
15 August Special: अंग्रेज शासकों ने भारत के पूरब और पश्चिम में एक-एक रेखा खींच दी। कह दिया कि एक महादेश दो अलग-अलग देशों में बांट रहे हैं। यानी एक…
7 जुलाई को सनातन संस्कृति की अविरल यात्रा में एक पन्ना स्वर्णजड़ित जुड़ गया। गीता प्रेस के परिसर में भारत के प्रधानमंत्री का उद्बोधन कोई सामान्य घटना नहीं है। सनातन…
गीता प्रेस शब्द जेहन में आते ही एक ऐसी तस्वीर उभर कर सामने आती है जो मानस को भारतीयता से भर देती है। भारत वर्ष की महान प्राचीन गौरवशाली परम्परा…