Kumbh: प्रयागराज का वह ‘काला’ कुम्भ!

Kumbh: देश की आजादी के बाद प्रयागराज (इलाहाबाद) में जितने भी महाकुम्भ एवं कुम्भ हुए, उनमें वर्ष 1995 का कुम्भ बड़ी ही विपरीत परिस्थितियों में सम्पन्न हुआ था। जनवरी, 1995…

Kavita: ओ गॉड!

गॉड ये कैसा खेल हो गया, पप्पू फिर से फेल हो गया। खूब सिखाया, खूब पढ़ाया, तोते-जैसा उसे रटाया। इधर भेजकर, उधर भेजकर, जगह-जगह नाटक करवाया। फिर भी क्यों बेमेल…

Yogi Adityanath: योगी पूरे देश के ‘हिंदू हृदयसम्राट’

Yogi Adityanath: जिस प्रकार प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने देश का कायाकल्प किया है और भारत को एक कमजोर एवं डरपोक देश से बदलकर शक्तिशाली देश बना दिया…

Lokageet: कुसुम रंग

कुसुम रंग चुनरी रंगा दे पियवा हे। लहंगा मंगा दे पिया, ओढ़नी मंगा दे, आरीआरी गोटवा चढ़ा दे पियवा हे। कुसुम रंग••• लहंगा ले अइबों लाल, ओढ़नी रंगइबों धानी, अंगियौ…

खजुराहो अब बहुत बदल गया

गत 23 अगस्त को दिन में जब मैंने वाहन से खजुराहो (Khajuraho) के लिए प्रस्थान किया तो दशकों पुरानी स्मृतियां ताजी हो गईं। तब मैं अपने गृहनगर इलाहाबाद (अब प्रयागराज)…

संगठन सरकार से बड़ा होता है, किन्तु!

निश्चित रूप से किसी पार्टी का संगठन उस पार्टी की सरकार से बड़ा होता है। मुझे यहां पर प्रयागराज का एक विवरण याद आ रहा है। उस समय प्रयागराज के…

दूर-दूर तक कजली की अलख जगाई

  वर्ष 1961 में ‘रंगभारती’ की स्थापना के साथ मैंने लोकगीतों की रक्षा का अभियान शुरू कर दिया था। उत्तर प्रदेश के ‘ब्याह’, ‘बेड़ा सोहर’, ‘चैती’ एवं घरेलू लोकगीतों की…

कजली तीज की वह भयानक रात!

Kajri Teej: प्रयागराज में जब मैं देश के सुविख्यात दैनिक ‘भारत’ में स्थानीय समाचार सम्पादक एवं मुख्य संवाददाता था तो मेरे वरिष्ठ सहयोगी रामनिधि शर्मा जिलों के समाचार के प्रभारी…

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