Jal Jeevan Mission: सरकारी योजना और उसमें भ्रष्टाचार न हो ऐसा संभव नहीं है। सरकारी आंकड़े और हकीकत में अंतर न हो यह भी नहीं हो सकता। ऐसा हम नहीं कहते बल्कि अब तक के आंकड़े बताते हैं। ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ जल पहुंचाने की मंशा से नमामि गंगे परियोजना के तहत शुरू की गई जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) में सरकारी धन की लूट मची हुई है। अधिकारी फर्जी आंकड़े तैयार कर सरकार से जहां वाहवाही लूट रहे हैं, वहीं अधूरे निर्माण कार्यों के साथ निर्माणाधीन पानी की टंकी पानी भरते ही ढह जा रही है। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के चितहला गांव में 25 जून को जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत चार करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पानी की टंकी पानी भरते ही भरभरा कर गिर गई।

यह टंकी 10 हजार लीटर पानी की क्षमता वाली थी और इसका निर्माण एक साल पहले शुरू हुआ था। रविवार को ही इसे पूरी क्षमता के साथ पानी से भरा गया था। टंकी के ढहने से आसपास जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई और गांव के लोग परेशान हो उठे। ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत यह टंकी बनाई गई थी। चितहला गांव में इसके निर्माण के लिए दो बीघा भूमि का चयन किया गया था। अब टंकी के ढहने के बाद, इसका मलबा आसपास फैल गया, जिससे गांव में पानी की स्थिति बिगड़ गई। हालांकि, हादसे के समय आसपास कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। गांव के प्रधान सुरेंद्र मिश्रा ने बताया कि निर्माण के दौरान ठेकेदार मानक के अनुरूप पिलर नहीं बनवा रहा था।

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उन्होंने इस संबंध में विरोध दर्ज कराया और मौखिक शिकायत भी की थी, लेकिन उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। प्रधान ने आरोप लगाया कि मानक विहीन निर्माण के कारण ही यह दुर्घटना हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए नायब तहसीलदार और राजस्व लेखपाल को जांच के लिए मौके पर भेजा गया है। एसडीएम महोली अभिनव कुमार यादव ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने जल जीवन मिशन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है और स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश की स्थिति पैदा कर दी है।

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गौरतलब है कि जल जीवन मिशन से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी कमीशनबाजी के चलते योजना से जुड़े कार्यों की गुणवत्ता से खिलवाड़ करने में लगे हैं। अधिकारी एक तरफ जहां फर्जी आंकड़े तैयार कर इसे सरकार की उपलब्धि बताने में लगे हैं वहीं ग्रामीणों की अधूरे निर्माण कर पूरे होने की उम्मीद टूट रही है। उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई जिला हो जहां जल जीवन मिशन का काम पूरा हो चुका हो और प्रत्येक ग्रामीणी परिवार को स्वच्छ जल मिलने लगा हो। वही जल जीवन मिशन के आंकड़ों पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश के अधिकत्तर ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ जल मिलने लगा है।

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