Career News: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी अप्रैल 2025 से मंदिर प्रबंधन का डिप्लोमा कोर्स शुरू करेगा। यह भारत में अपनी तरह का पहला कोर्स है, जो मंदिरों के संचालन, रखरखाव और प्रशासन पर केंद्रित है।
कोर्स में शामिल विषय
मंदिर निर्माण के सिद्धांतमूर्ति प्रतिष्ठा और प्राण प्रतिष्ठा की विधियाँवास्तु शास्त्र के नियम भीड़ प्रबंधन भूखंड चयन और निर्माण के वास्तुशास्त्रीय सिद्धांत विवरण।
प्रवेश
1 अप्रैल से 15 मई, 2025 तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। फीस: एक साल के डिप्लोमा के लिए 2000 रुपये।
उद्देश्य
धार्मिक स्थलों के प्रबंधन में कुशल पेशेवर तैयार करना, जो पूजा-पाठ के साथ-साथ मैनेजमेंट, इवेंट प्लानिंग और भीड़ प्रबंधन में दक्ष हों। इसके अलावा, मुंबई विश्वविद्यालय और वेलिंगकर इंस्टीट्यूट ने भी 6 महीने का टेंपल मैनेजमेंट पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू किया है, जो आधुनिक तकनीक और रणनीतियों पर आधारित है।
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सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय भी जल्द ही ऐसा कोर्स शुरू करेगा। यह कोर्स उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़, गोवा, दिल्ली-नोएडा और हरिद्वार में भी शुरू होने की संभावना है। यह पहल मंदिर अर्थव्यवस्था के बढ़ते महत्व और धार्मिक स्थलों के बेहतर प्रबंधन की जरूरत को दर्शाती है।
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