Basti News: राजनीति में नौकरशाहों की इंट्री ने इस क्षेत्र को और भ्रष्ट बना दिया है। जिन अधिकारियों को नौकरी में रहते जनता का दर्द दिखाई नहीं देता, वह राजनीति में आकर जनता के साथ कैसा व्यवहार करेंगे इसे उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के फर्जी आंकड़े व बकाया वसूली अभियान को देखकर समझा जा सकता है। इन्हीं फर्जी आंकड़ों के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति का दावा कर रहे हैं। तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति का संकट बना हुआ है। गोरखपुर से सटे बस्ती जनपद के कप्तानगंज उपकेंद्र के हरदी फीडर के अंतर्गत आने वाले गांव बेलघाट-पतिला में विद्युत फाल्ट के चलते करीब 15 दिनों से बिजली नहीं आ रही है। ग्रामीणों के बार-बार शिकायत के बावजूद भी पूर्वांचल विद्युत वितरण की निगम की ओर से कोई सुनवाई न होने से ग्रामीणों में काफी रोष है।
जानकारी के मुताबिक हरदी फीडर से बेलघाट, पतिला, चेरुइया, दुबौला, अभयपुरा, पिपरा आदि गांवों की सप्लाई होती है। पतिला गांव से होकर आधे बेलघाट गांव की सप्लाई होती है। करीब 15 दिनों से पतिला में लाइन फाल्ट होने के चलते बेलघाट गांव की विद्युत आपूर्ति ठप है। विद्युत आपूर्ति ठीक करने के लिए ग्रामीणों ने लिखित व ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा चुके हैं। बावजूद इसके विद्युत फाल्ट को ठीक नहीं किया जा रहा है। ऑनलाइन शिकायत पर फाल्ट ठीक करने की बात कही जा रही है। इधर अंधेरे में रह रहे लोगों में बिजली व्यवस्था को लेकर काफी गुस्सा देखा जा रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से कैरोसिन की सप्लाई बंद होने की वजह से ग्रामीणों का दर्द काफी बढ़ गया है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से मोमबत्ती ही एक मात्र लोगों का सहारा बना हुआ है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और विद्युत विभाग के नाकारा अधिकारियों व कर्मचारियों के चलते उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्युत उपभोक्ताओं को आज के दौर में मोमबत्ती से जीवन गुजारना पड़ रहा है।
गांव के लोगों का कहना है कि जब भी यहां की बिजली खराब होती है तो उसे ठीक होने में महीनों लग जाते हैं। कुछ लोगों ने स्थानीय लाइनमैन पर आरोप लगाते हुए बताया कि कमाई के लिए यहां की विद्युत सप्लाई को जानबूझ कर खराब किया जाता है, सही करने के नाम पर उपभोक्ताओं ने अच्छी-खासी वसूली की जाती है। मजे की बात यह है कि आज जब प्रदेश के हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है तो अधिकारी से नेता बने एके शर्मा के मंत्री रहते ग्रामीण अंचल के लोग 15 साल पीछे जीवन जीने को अभिशप्त हैं। हालांकि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की तरफ से सोशल मीडिया पर रिकॉर्ड बिजली आपूर्ति और सप्लाई के दावे किए जा रहे हैं, मगर ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को देखकर ऐसा लगता है ये सारे आंकड़े फर्जी हैं।
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बेलघाट गांव निवासी राघवेंद्र मिश्र का कहना है कि एके शर्मा से पहले ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा ने उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन में जो सुधार किया था, उसे निवर्तमान ऊर्जा मंत्री पूरी तरह चौपट कर चुके हैं। एके शर्मा के राज में जो बिजली समस्या चंद घंटों में ठीक हो जाती थी उसे सही होने में आज महीनों लग रहे हैं। ऊपर से बिजली कर्मचारियों की तरफ से विद्युत फाल्ट सही करने के नाम पर वसूली बदस्तूर जारी है। बिजली विभाग की तरफ से उपभोक्ताओं की शिकायतों को कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है यह आप ऑनलाइन दर्ज शिकायतों के रिस्पांस को देखकर समझ सकते हैं।
पूर्वांचल विद्युत वितरण की ओर से शिकायतों के निस्तारण की जगह जल्द ठीक कराने का आश्वासन देकर गुमराह किया जाता है। खबर के साथ ट्विवटर पर की गई शिकायता का स्क्रीनशाट दिया गया है, जिसमें हर शिकायत पर एक ही उत्तर दिया जा रहा है। मगर समस्या पर ध्यान देने की फुर्सत किसी के पास नहीं है।
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