भोपाल: पद्मश्री से अलंकृत लोकप्रिय कथाकार मालती जोशी (Malti Joshi) का दिल्ली में निधन हो गया। वे 90 वर्ष की थी। उनके अंतिम समय में उनके दोनों पुत्र ऋषिकेश और सच्चिदानंद जोशी (सदस्य सचिव, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र) तथा पुत्र वधूएं अर्चना और मालविका उनके पास थे। वे पिछले कुछ समय से आइसोफ़ेगस के कैंसर से पीड़ित थी।

भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पचास से अधिक हिन्दी और मराठी कथा संग्रहों की लेखिका मालती जोशी, शिवानी के बाद हिन्दी की सबसे लोकप्रिय कथाकार मानी जाती हैं।

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वे अपने कथा कथन की विशिष्ट शैली के लिए जानी जाती थी। उनके साहित्य पर देश के कई विश्वविद्यालयों में शोध कार्य हुए हैं। प्रो.द्विवेदी ने कहा कि उनके कथा संसार से भारतीय परिवारों, रिश्तों और मूल्यबोध की गहरी पैदा होती है।

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