लखनऊ: वैसे तो प्रदेश की भाजपा सरकार अपने कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाती रहती है लेकिन जनता से या अपने मातहत कर्मचारियों से अधिकारी कैसे बात करें यह शायद सिखाना भूल गयी है। ताजा मामला नगर निगम जोन-7 का है जहां सफाई निरीक्षक सुनील वर्मा चेकिंग के नाम पर शुक्रवार को वार्ड में सफाई का काम करा रहे सुपरवाइजर से मां-बहन की गालियां देते नजर आ रहा है वहीं खास जाति को टारगेट कर पूरी ही जाति को गाली देकर संबोधित कर रहा है। नगर निगम की सफाई व्यवस्था को देखने के बजाय काम कर रहे कर्मचारी को गाली देते नजर आ रहे। इसका एक ऑडियो वायरल हुआ है। हालांकि वायरल हो रहे ऑडियो की पुष्टि हम नहीं करते हैं।
वार्ड संख्या 42 में तैनात सुपरवाइजर पवन कुमार तिवारी ने आरोप लगाया है कि सुनील वर्मा ने चेंकिग के नाम पर उन्हें मां-बहन की गाली देते हुए अभद्रता की, जिसकी शिकायत वह नगर आयुक्त व मेयर से करेंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे। पीड़ित का कहना है कि वह उनपर पार्षद के विरुद्ध कार्य करने का दबाव बनाते हैं और तरह- तरह के हथकंडे अपनाकर उन्हें परेशान करते हैं।
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गौरतलब है कि सफाई निरीक्षक सुनील वर्मा का विवादों से गहरा नाता है इससे पहले भी अभद्रता के कारण जोन 7 उनका तबादला मुख्यालय कर दिया गया था। लेकिन अपनी ऊंची पहुंच के कारण वह फिर से उसी जोन में आकर अपनी दबंगई दिखा रहा। सूत्रों से पता चला है कि इसके पहले वह जोन 3 में तैनाती के दौरान कबाड़ी वालों से वसूली को लेकर भी हटाया जा चुका था। पिछली सदन की बैठक में कई पार्षदों ने उनका विरोध किया था जिस पर मेयर ने उनको 24 घंटे के अंदर हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे उसका मनोबल जैसे सांतवे आसमान पर है। अब देखना है कि इनकी इस अनुशासनहीनता को लेकर मेयर व नगर आयुक्त कोई कार्रवाई करतें हैं या इनको पहले की तरह ही छूट देते हैं।
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