नई दिल्ली। खानपान में संतुलित आहार को शामिल करके फिट और हेल्दी रहा जा सकता है। क्योंकि भाग दौड़ भरी जिंदगी में खानपान का क्रम काफी बिगड़ जाता है। ऐसे में हम अपने खानपान संतुलित आहार को शामिल करके खुद को हेल्दी रख सकते हैं। संतुलित आहार में फल और सब्जियों के साथ सूखे मेवे एवं बीज को जरूर शामिल करना चाहिए। चिया सीड्स, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, तिल के बीज- ये कुछ ऐसे बीज हैं जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनका सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इन्हीं में से एक बीज अलसी का भी होता है। अलसी के बीज का प्रयोग खाने के साथ साथ इलाज के तौर पर भी होता है। वहीं वजह है कि अलसी को सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाने लगा है।
अलसी के बीज में प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा मिलती है। इसके सेवन से पाचन तंत्र काफी बेहतर हो जाता है, टाइप 2 डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोग के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है। कुछ लोगों को लगता है कि वह खाने में अलसी का प्रयोग करते आ रहे हैं, जिससे उनका सेहत बेहतर बना रहेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। अलसी खाने का सही तरीका होना चाहिए, वरना जिस लाभ की बात कही जाती है, वह मिल पाना संभव नहीं है। यहां हम आपको अलसी खाने का सही तरीका और किन लोगों को अलसी खाने से परहेज करना चाहिए, उसके बारे में बता रहे हैं।
जानें अलसी खाने का सही तरीका
क्रंची और नटी फ्लेवर के चलते बहुत से लोग अपने सलाद या स्मूदी में भी अलसी के बीज का उपयोग कर करते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मानें तो साबुत अलसी के बीज (Whole Flaxseed) को खाने की जगह इसे पीसकर (Ground Flaxseed) खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि साबुत अलसी के बीज में ऊपर भूरे रंग का एक कवर जैसा चढ़ा होता है जिसे पचाना थोड़ा मुश्किल जाता है और इसकी वजह से अलसी के पोषक तत्वों को शरीर को सही से नहीं मिल पाता। इसलिए पिसी हुई अलसी का सेवन ज्यादा फायदेमंद है।
इन्हें नहीं खाना चाहिए अलसी
आमतौर पर अलसी का सेवन हर किसी के लिए फायदेमंद है, लेकिन अगर को लो ब्लड प्रेशर, लो ब्लड शुगर, हार्मोन से जुड़ी बीमारी और ब्लीडिंग से जुड़़ी किसी समस्या से पीड़ित हो तो डॉक्टर की सलाह के बिना अलसी का सेवन न करें।
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