Gujarat ATS arrested terrorists: राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा गुजरात एटीएस (एंटी टेरर स्क्वॉड) की तत्परता से टल गया है। गुजरात एटीएस की यूनिट ने रविवार को तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जो देश में आतंकी हमला करने के लिए एक घातक केमिकल बम बनाने की साजिश रच रहे थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार आतंकियों में से एक, अहमद मोहय्यूद्दीन सैयद, ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी और अपने रासायनिक ज्ञान का दुरुपयोग देश को दहलाने के लिए कर रहा था।
कौन-सा रासायनिक जहर तैयार कर रहे थे आतंकी
तीनों आतंकियों की पहचान अहमद मोहय्यूद्दीन सैयद, आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम के रूप में हुई है। एटीएस की जाँच में खुलासा हुआ है कि ये आतंकी ‘रिसिन’ (Ricin) जैसा बेहद घातक रासायनिक जहर बनाने की तैयारी में थे। रिसिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केमिकल हथियारों की सबसे घातक श्रेणी में आता है। एमबीबीएस की डिग्री वाले सैयद ने अपने ज्ञान का इस्तेमाल रिसिन तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए किया था।
रिसिन जहर इतना घातक क्यों है
रिसिन अरंडी के बीज से निकाला जाने वाला एक बेहद जहरीला प्रोटीन है। यह इतना घातक है कि इसकी सिर्फ 1.78 मिलीग्राम मात्रा किसी व्यक्ति की मौत के लिए पर्याप्त होती है। यह सांस, इंजेक्शन या निगलने के माध्यम से शरीर में जाने पर 48 से 72 घंटे के भीतर घातक असर दिखाता है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि रिसिन का कोई एंटीडोट (एंटीडोट) या इलाज अब तक विकसित नहीं हुआ है। यह Chemical Weapons Convention (CWC) की Schedule-1 सूची में दर्ज है, जिसका अर्थ है कि यह सबसे खतरनाक रासायनिक हथियारों में से एक है।
इसे भी पढ़ें: उत्कर्ष तिवारी बने बैडमिंटन चैंपियन, रोमांचक फाइनल में बृजेश बिंद को दी शिकस्त
ATS की कार्रवाई और आगे की जांच
गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार आतंकियों के पास से रासायनिक उपकरण और रिसिन तैयार करने के लिए उपयोग किए जाने वाले केमिकल्स बरामद किए हैं। जाँच अधिकारियों का कहना है कि आरोपी रिसिन बनाने की प्रारंभिक रासायनिक प्रक्रिया तक पहुँच चुके थे। अब सुरक्षा एजेंसियाँ इस बात की गहन जाँच कर रही हैं कि इस घातक जहर का इस्तेमाल कहाँ और कब किया जाना था, और इस पूरी साजिश में आतंकी डॉक्टर की मदद और किसने की थी।
इसे भी पढ़ें: जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा संदिग्ध आतंकी फरीदाबाद से गिरफ्तार