Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में नबाव अब्दुल समद के प्राचीन मकबरे को लेकर विवाद गहरा गया है। रविवार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में यहां पहुंचे और मकबरे के ऊपर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया। हालांकि प्रशासन ने पहले से बैरिकेडिंग कर सुरक्षा इंतजाम किए थे, लेकिन भीड़ के सामने सारे प्रयास नाकाम पड़ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ कार्यकर्ताओं ने मकबरे के आसपास बनी मजारों में तोड़फोड़ भी की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में लोग मकबरे की छत पर चढ़े दिख रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हटाया और मौके से खदेड़ा। इस दौरान हिंदू संगठन के नेताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
मुस्लिम पक्ष की आपत्ति, झंडा हटाया गया
घटना की जानकारी मिलते ही मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में यहां जुट गए और मकबरे से झंडा हटाने की मांग की। पुलिस ने हालात काबू में करते हुए झंडा उतार दिया। फिलहाल स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर मौजूद हैं, जबकि प्रयागराज जोन के आईजी अजय मिश्रा और कमिश्नर विजय विश्वास पंत भी पहुंचने वाले हैं।
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अतिरिक्त पीएसी तैनात
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने तीन प्लाटून अतिरिक्त पीएसी तैनात की है। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता फिलहाल वहां से लौट गए हैं, जबकि मुस्लिम पक्ष के लोग आसपास की गलियों में मौजूद हैं। अफसर लगातार दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
विवाद की जड़
यह विवाद पास स्थित एक शिव मंदिर और इस मकबरे को लेकर है। बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने दावा किया था कि यह स्थल भगवान शिव और ठाकुर जी का मंदिर है। अब हिंदू संगठनों की मांग है कि यहां उन्हें पूजा-अर्चना करने की अनुमति दी जाए।
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