Bareilly News: बरेली की शांत और सामान्य सी दिखने वाली एक गली अचानक से सन्नाटे में डूब गई, जब यहाँ एक बाइक सवार ने बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। यह वारदात 12 सितंबर की तड़के हुई, जिसने न सिर्फ दिशा के परिवार, बल्कि पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया।
जांच में पुलिस को एक बड़ा और डरावना खुलासा हुआ है। यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि विदेश में बैठे एक बड़े गैंगस्टर की साजिश थी। पता चला है कि कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा के करीबी साथी लूपिन नेहरा ने इस फायरिंग के लिए एक शूटर को कॉन्ट्रैक्ट दिया था। हैरानी की बात यह है कि लूपिन नेहरा फिलहाल पुर्तगाल में रहकर ही यह सब अंजाम दे रहा था।
उस रात दिशा पाटनी के पिता (एक रिटायर्ड सीओ), मां और बहन (एक रिटायर्ड मेजर) घर पर मौजूद थे। एक बाइक सवार बदमाश ने एक विदेशी पिस्टल से घर पर लगातार 9 राउंड फायरिंग की। फॉरेंसिक टीम को घर की दीवारों और छत पर गोलियों के निशान मिले हैं।
विदेश से चल रहा है अपराध का साम्राज्य
जांच एजेंसियों का कहना है कि आजकल गैंगस्टर विदेशों में अपने ठिकाने बना चुके हैं और वहीं से भारत में अपराध की दुनिया को संचालित कर रहे हैं। माना जा रहा है कि रोहित गोदारा पुर्तगाल से और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ कनाडा से अपने गैंग चला रहे हैं। लूपिन नेहरा, जो गोदारा का दाहिना हाथ माना जाता है, पुर्तगाल में ही रहकर उसके इशारों पर काम करता है।
क्यों किया गया हमला
इस हमले की जिम्मेदारी बाद में रोहित गोदारा गैंग ने खुद ली। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने दावा किया कि यह हमला अभिनेत्री की बहन खुशबू पाटनी द्वारा कुछ धार्मिक व्यक्तित्वों के खिलाफ कथित टिप्पणी का बदला था।
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जांच के मुताबिक, फायरिंग की जिम्मेदारी लेने वाले रविंद्र और उसके साथी अरुण, STF के साथ मुठभेड़ में पहले ही मारे जा चुके हैं। यह भी पता चला है कि घटना से पहले ‘रेकी’ (निगरानी) करने के लिए ऐसे युवकों का इस्तेमाल किया गया, जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। दिल्ली स्पेशल सेल ने बागपत के दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे यह रेकी करवाई गई थी। अब बरेली पुलिस भी इन नाबालिगों से पूछताछ कर रही है।
अब भी बना है डर का माहौल
इस घटना के बाद से दिशा पाटनी के घर के आसपास सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है। पूरी गली को घेरकर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि अब भी उनके मन में डर बैठ गया है। वे कहते हैं कि उनकी इस शांत गली में पहले कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ, लेकिन अब बिना सुरक्षा जांच के कोई भी अंदर नहीं आ सकता। इस एक घटना ने उनकी निर्भीक जिंदगी में डर का पहरा लगा दिया है।
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