Delhi Minor Girl Rape Case: बेटियों की आबरू को किससे खतरा है। इसका जवाब तलाशेंगे तो कई अपने बेगाने नजर आएंगे। हाल के दिनों में जिस तरह की दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही है, उससे यह लगने लगा है कि बेटियां गैरों से ज्यादा अपनों से ज्यादा असुरक्षित हो गई हैं। दिल्ली सरकार के अधिकारी पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने की घटना ने हर किसी को परेशान कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी अधिकारी प्रेमोदय खाखा (51) और उसकी पत्नी सीमा रानी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपी बुराड़ी इलाके में स्थित शक्ति एनक्लेव के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक, मामला 13 अगस्त को दर्ज किया गया था।
मामले के खुलासे के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारी को निलंबित कर दिया। इसके अलावा उन्होंने मुख्य सचिव से इस मामले में रिपोर्ट भी मांगी है। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी के ओएसडी के तौर पर तैनात था। वहीं मंत्रालय की तरफ से कहा जा रहा है कि आरोपी डिप्टी डायरेक्टर को आतिशी के पदभार संभालने के बाद हटा दिया गया था। हालांकि मंत्री आतिशी के दावे में कितनी सच्चाई है, लोगों को इस पर संदेह है। बता दें कि दिल्ली सरकार में महिला और बाल कल्याण विभाग में डिप्टी डायरेक्टर प्रेमोदय खाखा पर दोस्त की नाबालिग बेटी से रेप का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि अधिकारी ने नाबालिग के साथ 2020 से 2021 तक दुष्कर्म करता रहा। इस कुकृत्य में अधिकारी की पत्नी के भी शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस ने अधिकारी पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO Act) की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 12वीं में पढ़ने वाली पीड़िता की आरोपी अधिकारी से मुलाकात वर्ष 2020 में दिल्ली के एक चर्च में हुई थी। उस वक्त नाबालिग पीड़िता अपने पिता के निधन के बाद शोक में थी। चूंकि पीड़िता अधिकारी को पहले से जानती थी, इसका फायदा उठाते हुए उसने उसके साथ रिश्ता बना लिया। आरोपी अधिकारी नाबालिग को लेकर घर आने लगा। एफआईआर के मुताबिक, डिप्टी डायरेक्टर ने 2020 से 2021 के बीच 14 वर्षीय पीड़िता के साथ कई बार दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं इस दौरान वह गर्भवती हो गई।
पत्नी ने पीड़िता का कराया गर्भपात
गर्भवती होने पर पीड़िता ने आरोपी डिप्टी डायरेक्टर की पत्नी सीमा रानी को यह बात बताई, लेकिन उसने घटना के बारे में पुलिस को जानकारी देने के बजाय इसे छिपाने में लग गई। उसने न सिर्फ पीड़िता को चुप रहने को कहा और उसके गर्भपात के लिए अपने बेटे से दवाइयां भी मंगा कर दी। पीड़िता की मां की तरफ से पुलिस को दिए बयान में कहा गया है कि गर्भपात की वजह से पीड़िता की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद वो उसे डॉक्टर के पास लेकर गईं। डॉक्टर ने पीड़िता की मां को बताया कि उनकी बेटी के साथ कई महीनों तक दुष्कर्म हुआ है।
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आतिशी ने अधिकारी से झाड़ा पल्ला
मामले में दिल्ली सरकार में बाल विकास मंत्री आतिशी का कहना है कि ये बिल्कुल झूठी बात है कि आरोपी मेरे ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) रहे हैं। वह कभी मेरे साथ ओएसडी के रूप में काम नहीं किया है। नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना पर मंत्री ने कहा, “यह हैरान करने वाली घटना है कि आरोपी महिला और बाल विकास विभाग में तैनात था। यह चिंताजनक है कि उस पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के आरोप लगे हैं। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई करेगी। मंत्रालय की तरफ से जारी एक लेटर के मुताबिक आरोपी अधिकारी को मंत्री के ओएसडी पद से 10 मार्च, 2023 को हटा दिया गया था, जबकि आतिशी ने 9 मार्च, 2023 को मंत्रालय का पदभार संभाला था। आरोपी डिप्टी डायरेक्टर को 29 मार्च, 2022 को तत्कालीन महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री कैलाश गहलोत का ओएसडी नियुक्त किया गया था। वर्तमान में वह केवल दिल्ली महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर ही नियुक्त था।