Chandrashekhar Ravan Fund Controversy: भीम आर्मी प्रमुख और राजनीतिक दल के नेता चंद्रशेखर रावण द्वारा सोशल मीडिया पर क्यूआर कोड जारी कर समर्थकों से पार्टी फंड के लिए चंदा (सहयोग) माँगे जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। उनकी पूर्व प्रेमिका रोहिणी घावरी ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पैसों के हिसाब को लेकर तीखे सवाल दागे हैं। रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर पर पारदर्शिता की कमी और समाज के पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कई पोस्ट किए हैं।
"सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति" के आंदोलन में, मैं अपने सभी सम्मानित साथियों से आर्थिक एवं संगठनात्मक—दोनों तरह के सहयोग की विनम्र अपील करता हूँ।
परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का संदेश— “Pay Back to Society”—हमें याद दिलाता है कि समाज ने हमें जो दिया है, उसे समाज… pic.twitter.com/hGJiKr1qpD
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 2, 2025
करोड़ों रुपये के फंड पर उठाए सवाल
घावरी ने अपने पोस्ट में अप्रैल महीने के बैंक स्टेटमेंट का जिक्र करते हुए फंड की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, पहले तुम इन पैसों का हिसाब दो समाज को फिर चंदा मिलेगा! इस साल अप्रैल का बैंक स्टेटमेंट जिसमें 2.5 करोड़ थे, बाकी कैश का तो कोई हिसाब नहीं। समाज कल्याण में इन पैसों का क्या इस्तेमाल किया? कितने गरीबों की मदद की? कितने बच्चों की फीस भरी? कितनी बेटियों की शादी कराई? यह बताओ समाज को पहले, फिर चंदा माँगना। उन्होंने आगे कहा कि यह तो सिर्फ अप्रैल महीने का स्टेटमेंट है, इसके बाद भी और पैसा आया होगा।
Hello चंद्रशेखर पहले तुम इन पैसों का हिसाब दो समाज को फिर चंदा मिलेगा !!
इस साल अप्रैल का बैंक स्टेटमेंट जिसमे 2.5 करोड़ थे बाक़ी कैश का तो कोई हिसाब नहीं !!
समाज कल्याण में इन पैसों का क्या इस्तेमाल किया कितने गरीबों की मदद की कितने बच्चों की फीस भरी !!
कितनी बेटियों की शादी… pic.twitter.com/iTGVe0Gbwq— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) December 10, 2025
दारू-मटन के लिए नहीं है समाज का पैसा
रोहिणी घावरी ने जोर देकर कहा कि उनका समाज आर्थिक रूप से संघर्षरत है और एक-एक पैसा मेहनत से कमाता है, इसलिए उन्हें हर राशि का हिसाब जानने का पूरा अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज के इस फंड का दुरुपयोग राजनीतिक गतिविधियों और व्यक्तिगत खर्चों के लिए किया जा सकता है।
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तुम्हारी फालतू की राजनीतिक रैलियों के लिए या तुम्हारे कार्यकर्ताओं को दारू-मटन के लिए पैसे नहीं हैं हमारे समाज के पास। सारे बेरोजगारों का झुंड बना के समाज को सिर्फ लूटा जा रहा है और कुछ नहीं। यह सब बंद होना चाहिए अब। गौरतलब है कि चंद्रशेखर रावण ने हाल ही में अपने समर्थकों से अपनी राजनीतिक पार्टी को आर्थिक सहयोग देने के लिए क्यूआर कोड जारी कर अपील की थी। इसी के जवाब में रोहिणी घावरी ने यह तीखा हमला बोला है।
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