Pitru Paksha: पितरों के देव अर्यमा और कैसे देते हैं पितर अपनी अतृप्ति का संकेत
Pitru Paksha: शाब्दिक अर्थों में ‘पितृ’ से अर्थ ‘ पिता, पितर या पूर्वज’ आदि होता है, किंतु धार्मिक मान्यताओं में जब पितृपक्ष या पितरों की बात आती है, तो इससे…
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Pitru Paksha: यह मर्त्य लोक है। जो कुछ भी दिख रहा है, उसे निश्चित तौर पर नहीं रहना है। मर्त्य शब्द मृतिका से जुड़ा है। मृतिका अर्थात मिट्टी। जो भी…
Pitru Paksha: प्रितिपक्ष की पितृ पूजा भी श्रीमन्नारायण की ही आराधना है। गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि वह पितरों में अर्यमा नामक पितर हैं। यह कह…
Pitru Paksha: प्रत्येक आकार का अंत अनिवार्य है। मृत को मृतिका में मिल जाने की अनिवार्यता है। यह विशुद्ध विज्ञान है। ऊर्जा विहीन देह को मृत कहा जा रहा, क्योंकि…
Shani Dev: शनि देव की पूजा विशेष रूप से हिन्दू धर्म में किया जाता है और शनि ग्रह के शुभ फल प्राप्त करने के लिए किया जाता है। शनि ग्रह…
Astrology: कॅरियर में सफलता पाने के लिए कई लोग राशि के अनुसार, महंगे रत्नi धारण करते हैं। लेकिन आप चाहें तो रत्न की बजाय रुद्राक्ष से भी कॅरियर में सफलता…
संजय तिवारी Astrology: बच्चे यह दो प्रश्न अवश्य पूछते हैं, जब दीपावली भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है, तो दीपावली…
Astrology: सूर्य जब मेष राशि में प्रवेश करें तो नीम की नवीन कोपलें, गुड़ व मसूर के साथ पीस कर खाने से व्यक्ति पूरे वर्ष निरोग तथा स्वस्थ रहता है।…
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास से वर्ष/संवत प्रारंभ होता है। मास क्रम में सावन, पांचवां महीना होता है। इस मास की पूर्णिमा, श्रावण नक्षत्र में होने के कारण भी…
Astrology: कुंडली में अगर शुक्र अस्त हो गया तो आप यह समझ जाइए जीवन में हर तरह से हर चीजों का अस्त होना। चाहे जीवन का सुख ऐश्वर्य हो या…