Bengal Violence: पश्चिम मंगाल में राम नवमी के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य की ममता (mamata banerjee) सरकार उपद्रवियों से कड़ाई से निपटने की जगह हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताने में लगी हुई हैं। शायद यही वजह है कि उपद्रवी लगातार हिंसा पर हिंसा करते जा रहे हैं। बंगाल के हुगली जिले के रिशरा रेलवे स्टेशन पर पथराव की घटना के चलते पूर्वी रेलवे के हावड़ा-बर्धमान मेन लाइन पर कुछ घंटे के लिए ट्रेन सेवा प्रभावित रही। हिंसा और पथराव की घटना के बाद सभी स्थानीय और मेल एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को सोमवार और मंगलवार की रात तीन घंटे तक के लिए निलंबित कर दिया गया था। हालांकि अब ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू कर हो गई है।
ईस्टर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मिरोन के मुताबिक लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। प्रदर्शनकारियों की तरफ से की गई पत्थरबाजी की घटना को देखते हुए लाइन पर ट्रेन सेवाएं सोमवार रात करीब 10 बजे से मंगलवार देर रात 1 बजे तक बंद थी। इसके चलते कुछ लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनों का देर से संचालित किया गया।
हिंसा के चलते राज्यपाल का दार्जिलिंग दौरा रद्द
पश्चिम बंगाल के हुगली में ताजा हिंसा को देखते हुए यहां के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का दार्जिलिंग दौरा रद्द कर दिया गया है। मंगलवार को राज्यपाल सीवी आनंद का दार्जिलिंग दौरा प्रस्तावित था, लेकिन हुगली में ताजा हिंसा को देखते हुए राज्यपाल के कार्यक्रम में कटौती कर दी गई। दार्जिलिंक का दौरा रद्द होने के बाद राज्यपाल कोलकाता के लिए रवाना हो गए। ज्ञात हो कि रविवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान रिशरा में दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद हुगली जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं और धारा 144 लागू कर दी गई।
इसे भी पढ़ें: सासाराम में हिंसा के बाद धमाका, इंटरनेट सेवा बंद
वहीं हिंसा को लेकर बीजेपी और टीएमसी में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी जहां ममता बनर्जी पर एकतरफा कार्रवाई कर उपद्रवियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री मुस्लिमों का बचाव करते हुए हिंसा के लिए बीजेपी व संघ को जिम्मेदार ठहरा रही है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस तरह की हिंसा कोई नई बात नहीं है। ममता मनर्जी की तुष्टिकरण की नीति के चलते यहां हिंदू आबादी पर लगातार हमले हो रहे हैं। आलम यह है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों से हिंदू आबादी पलायन कर रहने को मजबूर है। बंगाल में स्थिति कितनी भयावह हो चुकी है, इसका अंदाजा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों से लगाया जा सकता है। राम नवमी से पहले ही ममता बनर्जी ने बयान दिया था कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी सकती। हालांकि इससे पहले भी जय श्री राम का नारा लगाने पर उन्होंने कुछ लोगों को जेल भिजवा दिया था।
इसे भी पढ़ें: UP Nagar Nikay Chunav: बीजेपी सभी 17 सीटों पर बनाएगी शहर की सरकार!