Bareilly hinsa case: उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा का असर लगातार जारी है। प्रशासन मौलाना तौकीर रजा पर कड़ा रुख अपनाते हुए लगातार कार्रवाई कर रहा है। रविवार को मौलाना के करीबियों की तीन आलीशान प्रॉपर्टीज सील की गई थीं। वहीं सोमवार को उनके मार्केट की दुकानों को खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया। इसके बाद कई दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ते हुए नजर आए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया था कि उपद्रवियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। इसी क्रम में मौलाना और उनके साथियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रहा है।
26 सितंबर 2025 को जुमे की नमाज के बाद लोग हाथों में “I Love Muhammad” लिखे पोस्टर लेकर सड़क पर उतर आए। भीड़ इस्लामिया ग्राउंड की ओर बढ़ने लगी, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने की कोशिश की। तभी स्थिति बिगड़ गई और भीड़ की ओर से पुलिस पर पथराव शुरू हो गया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
मौलाना तौकीर रजा पर केस दर्ज
इस हिंसा के बाद अलग-अलग थानों में 10 एफआईआर दर्ज की गईं। इन सभी में मौलाना तौकीर रजा को नामजद किया गया, साथ ही 2000 से अधिक लोगों के खिलाफ अज्ञात में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने मौलाना और उनके करीबियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पनाह देने वालों पर भी कार्रवाई
पुलिस ने उन लोगों पर भी सख्ती दिखाई जिन्होंने मौलाना को पनाह दी थी। बरेली विकास प्राधिकरण ने उनके तीन करीबियों की प्रॉपर्टीज सील कर दीं। वहीं मौलाना द्वारा पहलवान साहब की मजार की आड़ में बनाई गई 38 दुकानों को भी खाली करने का नोटिस जारी किया गया।
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दुकानें खाली, बुलडोजर की आशंका
नगर निगम की चेतावनी के बाद कई दुकानदार अपनी दुकानें खाली करते नजर आए। आशंका जताई जा रही है कि खाली होने के बाद इन दुकानों पर बुलडोजर चलाया जा सकता है। प्रशासन का यह रुख साफ करता है कि हिंसा में शामिल लोगों और उनके करीबियों पर अब किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
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