Astrology: हस्तरेखा में फलकथन में अंगुलियों का भी विशेष महत्व है। हमारे हाथ की अंगुलियों की बनावट बहुत कुछ बयां करती है। अंगुलियों की बनावट व्यक्ति के व्यवहार, गुण आदि के बारे में बताती है। अंगुलियों के वैसे तो कई प्रकार होते हैं परन्तु हम आज आपको अंगुलियों के मुख्य दो प्रकारों के बारे में बताने जा रहे हैं-
1. गांठदार अंगुली
अंगुलियों में गांठें व्यक्ति के मस्तिष्क के विकास की द्योतक होती है। ऐसे व्यक्ति साधारणतया किसी की बात को मानने को तैयार नहीं होते। स्वयं विचार करने के पश्चात ही किसी निर्णय पर पहुंचते हैं अन्यथा किसी निर्णय या किसी बात को मानना इनके बस की बात नहीं। ऐसे व्यक्ति हर कार्य में तरक्की करने वाले होते हैं। यह निश्चित है कि इन व्यक्तियों का मस्तिष्क सामान्य से कुछ अधिक गति से कार्य करता है। उत्तम कोटि के वक्ता, वकील, पत्रकार, शोधक व क्रान्तिकारियों के हाथ में ऐसी ही अंगुलियां पाई जाती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारे देश के राष्ट्रपति व मिसाइलमैन ऑफ इंडिया एपीजे अब्दुल कलाम साहब के हाथों में भी ऐसी ही गांठदार अंगुलियां थीं जिससे वे देश के सर्वोच्च पद तक पहुंच सके। जातक के हाथ में ऐसी गांठदार अंगुलियों का पाया जाना उस जातक की सफलता का द्योतक है।
2. सीधी अंगुलियां
व्यक्ति के हाथ में सीधी अंगुलियां एक अति उत्तम गुण हैं। सभी अंगुलियां सीधी होने पर व्यक्ति धनी, मानी, सफल, सरल ह्रदय व निरन्तर उन्नति करने वाले होते हैं। ऐसे व्यक्तियों के मार्ग में रुकावट कम आती है। प्रकृति ऐसे लोगों का अधिक साथ देती हैं। अन्य रेखाएं भी अच्छी होने पर या अंगुलियों के आधार समतल होने पर ऐसे व्यक्ति बहुत शीघ्र व विशेष उन्नति करने वाले होते हैं
अंगुलियों के अग्र भाग की विभिन्न स्थितियां
1. नोकदार अंगुली
दार्शनिक, आत्मा की आवाज सुनने वाला, कलाकार, प्रेमी, विवेकी, संतुलित, कार्य कुशल कम, आत्मविश्वासी नहीं, आलसी, आग की तरह बात फैलाए।
2. कौणिक अंगुली
अतिप्रसन्न या अतिनिराश, सौंदर्योंपासक, बारीक काम करने वाला, कारीगरी का पारखी, 70 प्रतिशत विचारशील तथा 30 प्रतिशत कार्यशील, व्यवस्थित कार्य पद्धति के कारण मित्रों में सर्वोच्च, भविष्य के प्रति विश्वस्त, ह्रदय की आवाज को अधिक महत्व देने वाला होता है।
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3. समकोण अंगुली
जिस जातक की अंगुलियां वर्गाकार या समकोण होती है। वह जातक दीर्घदर्शी, प्रशंसा व पद न चाहते हुए भी नियमित कार्य व सूझबूझ वाला, कार्यशील, शांत, स्वस्थ, समय का पाबंद, साहित्यकार, कलावान होता है।
4. चमसाकार अंगुली
जिस व्यक्ति की अंगुलियां चपटी चम्मच की तरह फैली हुई होती हैं, वह व्यक्ति कम विचार करने वाला, अत्यधिक कार्यशील, आत्मविश्वासी, किसी भी कला में दक्ष, जिज्ञासु, सभ्य, वैज्ञानिक, लेखक आदि होता है।
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