Amethi: पुलिस की जांच और मामले की सच्चाई में अक्सर फर्क देखा जाता है। ऐसा ही अन्तर अमेठी में दलित शिक्षक परिवार हत्याकांड (Amethi murder case) में भी दिखाई देने लगा है। पुलिस जांच में एक तरफ जहां शिक्षक की पत्नी पूनम का आरोपी चंदन वर्मा से संबंध होने की बात कही जा रही है, वहीं गिरफ्तार मुख्य आरोपी ने पूनम से संबंध होने की बात से इनकार किया है। अमेठी में दलित शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनकी दो छोटी बेटियों की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा ने एक मीडिया साक्षात्कार में कई बातें साझा की हैं। उसने साफ तौर पर कहा कि उसका पूनम से कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं था और वह इस घटना पर पछतावा कर रहा है। चंदन, जो शुक्रवार की रात पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ, अब रायबरेली जिला न्यायालय में पेश किया जा रहा है। उसे एक्स-रे के लिए अस्पताल ले जाया गया था, जहां मीडिया ने उससे सवाल पूछे। जब उससे पूछा गया कि उसने बच्चों को क्यों मारा, तो उसने केवल इतना कहा, “मुझसे गलती हो गई।”
हत्याकांड की पृष्ठभूमि
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि चंदन और पूनम के बीच अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी उनके पति सुनील को हो गई थी। सुनील के दबाव में आकर पूनम ने चंदन के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद, चंदन ने प्रतिशोध लेते हुए पूरी परिवार की हत्या कर दी। चंदन ने इस क्रूर हत्या को अंजाम देने के लिए 10 राउंड फायर किए थे, जिसमें सुनील, पूनम और उनकी दोनों बेटियाँ शिकार बनीं। हत्या के बाद वह फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने उसे नोएडा के जेवर टोल से गिरफ्तार कर लिया, जब वह दिल्ली भागने की कोशिश कर रहा था।
मुठभेड़ और गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि चंदन ने जब हत्या की वारदात के बाद भागने की कोशिश की, तो उसने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने उसकी पैर में गोली मारी। अब चंदन पर कई गंभीर धाराएँ लगाई गई हैं और वह कानून की गिरफ्त में है।
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यह घटना न केवल अमेठी के दलित समुदाय के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी चिंता का विषय है, जहां परिवारों के बीच संबंधों की पेचीदगियाँ और विवाद हत्या जैसी क्रूरताओं को जन्म देते हैं। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि संबंधों की गलतफहमियों और व्यक्तिगत विवादों का नतीजा कितना भयानक हो सकता है। समाज को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं से सबक ले और आपसी संवाद को बढ़ावा देकर अपराधों की रोकथाम की दिशा में कदम उठाए।
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