प्रतापगढ़: अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (All India Kayastha Mahasabha) के तत्वाधान में प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार (वन एवं पर्यावरण विभाग) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना का शहर स्थित मालती इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रांगण में भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया। इस समारोह में डॉ. अरुण कुमार सक्सेना बतौर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में संजय श्रीवास्तव अखिल भारतीय कायस्थ महासभा प्रदेश राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व उपाध्यक्ष केपी ट्रस्ट ने शिरकत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. एके कुलश्रेष्ठ व संचालन अमितेन्द्र श्रीवास्तव ने किया।
इस मौके पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जिला अध्यक्ष गोकुल नाथ श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रम और मोमेंटो के साथ माल्यार्पण कर स्वागत किया। स्वागत समारोह में डॉ. अतुल श्रीवास्तव, डॉ. रवि श्रीवास्तव, डॉ. अविनाश श्रीवास्तव, शिशिर खरे, डॉ. राजीव श्रीवास्तव, डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव, डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास्तव, जय प्रकाश श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार खरे, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय सचिव सारिका श्रीवास्तव, विमल श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर सांसद संगम लाल गुप्ता, सदर विधायक राजेंद्र मौर्य, विश्वनाथगंज विधायक जीत लाल पटेल,जिला अध्यक्ष भाजपा हरिओम मिश्रा, पूर्व जिला अध्यक्ष स्वामी नाथ शुक्ल,महामंत्री आशीष श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष भाजयुमो अंशुमान सिंह, उपाध्यक्ष विक्रम प्रताप सिंह, शशांक श्रीवास्तव, रजत सक्सेना, अजय सक्सेना, विनोद श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, अंकित श्रीवास्तव, डॉ. संत प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ. अनिल खरे, गिरीश श्रीवास्तव आदि रहे।
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कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो सम्मान आज मुझे प्रतापगढ़ जनपद में मिला है उसके लिए मैं बहुत-बहुत हविभूत हूं, इस सम्मान को मैं अपने जीवन काल में कभी नहीं भुला सकता। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज को कभी भी मेरी जरूरत पड़े तो वह मुझसे किसी भी समय मिल सकते हैं। कायस्थ समाज के उत्थान के लिए मैं हर संभव प्रयास करता रहूंगा।
उन्होंने यहां के चिकित्सा वर्ग द्वारा मिले सम्मान से भी काफी प्रसन्नता जताते हुए कहा कि मैं भी एक चिकित्सक हूंऔर चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने वाले हर चिकित्सक के लिए मेरे दिल में बहुत सम्मान है, मैं अपने जीवन काल के अंतिम क्षण तक चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के सम्मान के लिए हर संभव प्रयास करता रहूंगा। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों के प्रति गोकुल नाथ श्रीवास्तव ने आभार जताया।
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