बस्ती: सोमवार को मेधा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीन दयाल त्रिपाठी के नेतृत्व में पदाधिकारियों और सदस्यों ने छात्रों को शुल्क प्रतिपूति, छात्रवृत्ति दिये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को 3 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुये दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति की भांति सामान्य, पिछड़े वर्ग के छात्रों को शुल्क प्रतिपूति, छात्रवृत्ति दिये जाने का प्राविधान है।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से ही अनेक पात्र छात्र दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूति, छात्रवृत्ति से वंचित है। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति केे पात्रता की आय सीमा ढाई लाख रूपये निर्धारित की गई है जबकि सामान्य, पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा दो लाख रूपये निर्धारित है। ऐसी स्थिति में सामान्य, पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार ढाई लाख रूपये वार्षिक किया जाय। जो छात्र पिछले 4 वर्षो से शुल्क प्रतिपूति, छात्रवृत्ति से वंचित हैं उन्हें प्राथमिकता के स्तर पर सुविधा से लाभान्वित किया जाय। मांगे न मानी गई तो मेधा सत्याग्रह करने को बाध्य होगी।
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ज्ञापन में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति की भांति सामान्य, पिछड़े वर्ग के छात्रों, पात्र वंचितों को शुल्क प्रतिपूति,छात्रवृत्ति दिलाये जाने, सामान्य, पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार ढाई लाख रूपये वार्षिक किये जाने, वर्ष 2017 से 2021 तक शुल्क प्रतिपूति, छात्रवृत्ति से वंचित पात्रों को लाभान्वित कराये जाने आदि की मांग शामिल है।
राज्यपाल, मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से उमेेश पाण्डेय ‘मुन्ना, कलामुद्दीन, राहुल तिवारी, अभिषेक, प्रमोद पाण्डेय, गुड्डू मिश्र, प्रतीक मिश्र, गिरिराज गिरी, अजीजुर्रहमान, सचिन पाण्डेय आदि शामिल रहे।
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