कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ममता सरकार और बीजेपी के बीच जारी तकरार के बीच सियासी मोहरा बने राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। सूत्रों की मानें तो इस दौरान उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी है। बता दें कि ममता सरकार और राजभवन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में जारी राजनीति हिंसा को लेकर राज्यपाल लगातार सवाल उठा रहे हैं। जबकि ममता बनर्जी की तरफ से उनके दावों का खंडन किया जा रहा है।
ममता ने साधा निशाना
राज्यपाल जगदीप धनखड़ के दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निशाना साधते हुए कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि एक बच्चे को समझाकर चुप कराया जा सकता है, पर एक बुजुर्ग व्यक्ति को नहीं चुप कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को पश्चिम बंगाल से वापस बुलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन बार पत्र लिख चुकी हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्यपाल जगदी धनखड़ की मुलाकात पर उन्होनं कहा कि एक बच्चे को चुप कराया जा सकता है। फिलहाल इस मामले में बोलना चांदी है और चुप रहना सोना है।
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वहीं मीडिया में राज्यपाल को हटाए जाने संबंधी अटकलों पर सीएम ममता ने कहा कि उन्हें इस तरह के किसी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब राज्यपाल की नियुक्ति होती है तो राज्य सरकार से से सलाह ली जाती है। लेकिन यहां के राज्यपाल की नियुक्ति में ऐसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को दो—तीन बार पत्र लिखकर राज्यपाल को राज्य से वापस बुलाने की मांग की है। बता दें कि वर्ष 2019 में जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाए जाने के बाद से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। हालांकि राज्यपाल इस समय अपने चार दिवसीय दौरे पर दिल्ली में हैं। वहीं उन्होंने अपने इस दौरे का कोई कारण नहीं बताया है।
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