बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में एक महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ छेड़छाड़ का मामला गंभीर रूप ले चुका है। कोतवाली देहात के तीन पुलिसकर्मियों पर सरेआम महिला सिपाही से छेड़छाड़ के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है। एडीजी, गोरखपुर ज़ोन के आदेश पर इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है।
क्या था मामला
यह घटना इस साल मार्च में होली के बाद के दिन की है। कोतवाली देहात में हेल्प डेस्क पर तैनात महिला आरक्षी चाभी लेने के लिए थाने के अंदर गईं तो दीवान अमित कुमार, शैलेंद्र कुमार और पन्नेलाल ने उन्हें रंग लगाने के बहाने घेर लिया। जबरदस्ती रंग लगाने के लिए उनका पीछा किया गया। पीड़िता ने बताया कि वह खुद को बचाने के लिए थाना परिसर में खड़े एक ट्रैक्टर पर चढ़ गईं, लेकिन उन्हें नीचे उतारकर छेड़छाड़ की गई।
लंबे समय तक चला संघर्ष
घटना के बाद पीड़िता ने तत्कालीन एसएचओ से शिकायत की, लेकिन मामले को दबा दिया गया। आरोपियों ने लगातार उन्हें परेशान करना जारी रखा और यहाँ तक कि रात में उनके निजी आवास पर जाकर धमकियाँ भी दीं। इसके बाद पीड़िता ने एएसपी के सामने लिखित शिकायत दर्ज कराई। हालाँकि, आठ महीने तक जांच के नाम पर सिर्फ उनके बयान ही दर्ज किए गए और ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
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मीडिया और सीएम कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई
इस मामले को मीडिया वालों ने कई बार उजागर किया। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लेते हुए एडीजी से तुरंत कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी। इसके बाद ही गुरुवार को आखिरकार तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया। डीआईजी ने इनके खिलाफ जांच की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है, वहीं दूसरी ओर महिला आरक्षियों में यह फैसला सुरक्षा और न्याय की एक बड़ी उम्मीद लेकर आया है।
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