G20 Summit Johannesburg: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जामाइका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस के साथ हुई मुलाकात में दोनों देशों के बीच बढ़ते रिश्तों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और जामाइका के बीच संबंध साझा प्रगति के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के साथ लगातार मजबूत हो रहे हैं। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, भारत और जामाइका का मित्रता का रिश्ता इतिहास से बना है और सांस्कृतिक रिश्तों से समृद्ध हुआ है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से मुलाकात
इससे पहले, पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ द्विपक्षीय साझेदारी पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, संस्कृति, निवेश के संबंधों को और मजबूत करने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका की सफल जी20 अध्यक्षता के लिए राष्ट्रपति रामफोसा को बधाई भी दी।
आईबीएसए शिखर बैठक में पीएम मोदी ने रखी अहम बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) नेताओं की बैठक में भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद से लड़ाई में तीनों देशों के बीच तालमेल की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि आतंकवाद से निपटने के मामले में दोहरे मापदंडों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने आईबीएसए देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की बैठकों को नियमित करने का सुझाव भी दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक संस्थाएं 21वीं सदी की वास्तविकताओं से कोसों दूर हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इनमें से कोई भी देश स्थायी सदस्य नहीं है, यह इस बात का सबूत है। उन्होंने कहा कि संस्थागत सुधार अब एक विकल्प नहीं, बल्कि एक जरूरत बन गया है।
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डिजिटल और तकनीकी सहयोग पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि तकनीक मानव-केंद्रित विकास सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने ‘आईबीएसए डिजिटल इनोवेशन अलायंस’ बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसके तहत भारत की यूपीआई, कोविन जैसी स्वास्थ्य प्लेटफॉर्म्स, साइबर सुरक्षा ढांचे और महिला-नेतृत्व वाली तकनीकी पहलों को तीनों देश आपस में साझा कर सकेंगे। इससे डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं को गति मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा कि साथ मिलकर हम सुरक्षित, विश्वसनीय और मानव-केंद्रित एआई मानदंडों के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। पीएम मोदी ने आईबीएसए नेताओं को वर्ष 2026 में भारत में होने वाले एआई एक्शन समिट में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।
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