Ayodhya News: राम की नगरी, जहाँ धर्म और संस्कृति की महिमा गायी जाती है, वहीं हाल ही में पुलिस की छापेमारी ने एक भयावह सच्चाई को उजागर किया है। फतेहगंज स्थित राणी सती गेस्ट हाउस से जिस्मफरोशी का धंधा पकड़ा गया। यह महज़ एक आपराधिक प्रकरण नहीं, बल्कि एक संगठित मजहबी साज़िश की परतें खोलता है।
पुलिस की एफआईआर और बरामदगी साफ कहती है कि यह मामला सामान्य अनैतिक व्यापार का नहीं है। मुस्लिम युवक हिन्दू लड़कियों को प्रेमजाल और विवाह का झाँसा देकर पहले धर्मांतरण कराते हैं और फिर उन्हें देह व्यापार जैसे घिनौने धंधे में धकेलते हैं। यह घटना कोई अकेली नहीं, बल्कि बॉर्डर एरिया से लेकर अयोध्या जैसे धार्मिक नगर तक फैली सुनियोजित रणनीति का हिस्सा है।
हिंदू समाज की बेटियाँ, जिन्हें घर-परिवार और समाज की धरोहर माना जाता है, उन्हें इस प्रकार जाल में फँसाना केवल अपराध नहीं बल्कि संस्कृति और अस्मिता पर हमला है। यह वह स्थिति है जहाँ कानून और समाज दोनों को एकजुट होकर खड़ा होना पड़ेगा।
इसे भी पढ़ें: Love Jihad रुकने का नाम नहीं ले रहा
अयोध्या की धरती से यह सन्देश स्पष्ट है कि धर्मांतरण और लव जिहाद का खेल अब सिर्फ रिश्तों और परिवार तक सीमित नहीं रहा। इसका मकसद हिन्दू समाज को अंदर से खोखला करना है। बेटियों को गुलाम बनाकर जिस्मफरोशी में उतार देना इस खेल का सबसे घृणित चेहरा है।
आज आवश्यकता है कि सरकार और समाज दोनों ऐसे नेटवर्क को पहचानें और कठोरतम दंड सुनिश्चित करें। साथ ही हिन्दू समाज को अपनी बेटियों को संस्कार, शिक्षा और सजगता के साथ इस खतरे से बचाना होगा। हमारा मत है कि यह केवल अपराध नहीं, बल्कि राष्ट्र और धर्म पर सीधा प्रहार है। इसे रोकना हमारे अस्तित्व की रक्षा के बराबर है।
रिपोर्ट: समीर शाही
इसे भी पढ़ें: महंगे तोहफे देकर की नाबालिग से गैंगरेप