Bangladesh Violence: बांग्लादेश (Bangladesh) में एक बड़े राजनीतिक बदलाव के संकेत मिल रहे हैं, जहां नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। यूनुस (Mohammad Yunus) ने शेख हसीना (Sheikh Hasina) की सरकार को हटाए जाने का स्वागत करते हुए इसे बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ और दूसरी आज़ादी के रूप में वर्णित किया है।
गौरतलब है कि शेख हसीना (Sheikh Hasina) की सरकार के पतन के बाद, कई प्रमुख मंत्रियों ने देश छोड़ दिया है। इनमें पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी, सहकारिता मंत्री मोहम्मद ताजुल इस्लाम, पूर्व वित्त मंत्री अबुल हसन महमूद अली, खेल मंत्री नजमुल हसन पापोन और ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन के मेयर शेख फजले नूर तपोश शामिल हैं। यह एक राजनीतिक अस्थिरता का संकेत है, जो बांग्लादेश के प्रशासनिक ढांचे में गहराई से बदलाव ला सकती है।
बांग्लादेश के विभिन्न जिलों में धार्मिक हिंसा की घटनाएँ बढ़ गई हैं। पंचगढ़, दिनाजपुर, बोगुरा, रंगपुर, शेरपुर, किशोरगंज, सिराजगंज, मुगरा, नरैल, पश्चिम जशोर, पटुआखली, दक्षिण-पश्चिम खुलना, मध्य नरसिंगड़ी, सतखीरा, तंगैल, फेनी, चटगांव, उत्तर-पश्चिम लक्खीपुर और हबीगंज में हिंदू समुदाय पर हमलों की ख़बरें आ रही हैं। इन हमलों में भीड़ हिंदू व्यक्तियों को निशाना बना रही है और उनकी संपत्तियों व बहू-बेटियों को लूट रही है।
इस बीच, खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान बांग्लादेश लौट रहे हैं। कई वर्षों से लंदन में रह रहे तारिक रहमान ढाका में एक रैली में शामिल होंगे, जो उनके राजनीतिक कैरियर के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण हो सकता है। इस वापसी के साथ ही बांग्लादेश में राजनीति की दिशा पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।
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