Kannauj: उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) जिले में पुलिस टीम पर हमले में बदमाशों की गोली से घयाल सिपाही की मौत हो गई है। पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर के घर पर दबिश देने गई थी। उसी समय बदमाशों ने हमला कर दिया था। फायरिंग में एक सिपाही घायल हो गया था, जिसकी इलाज के दौरान कानपुर में मौत हो गई। सिपाही के शव को कानपुर से कन्नौज लाया जा रहा है। पुलिस लाइन ग्राउंड पर शहीद सिपाही को सलामी दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना (Ashok Yadav alias Munna) के घर दबिश देने पहुंची थी। पुलिस टीम पर अशोक यादव (Ashok Yadav) ने फायरिंग शुरू कर दी थी। इसने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने कड़ी नाकेबंदी कर रखी थी। लगभग दो घंटे की कार्रवाई के बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना (Ashok Yadav alias Munna) और उसके बेटे को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों के पैर में गोली लगी है।
बता दें कि पूरा मामला बिशुनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम धरनी धीरपुर नगरिया का है। यहां सोमवार शाम 5 बजे थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना के घर पहुंचे थे। उसी समय अशोक यादव और उसके बेटे ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान एक गोली कॉन्स्टेबल सचिन राठी को लग गई और वह वहीं गिर गया। उसे इलाज के लिए कानपुर में भर्ती कराया गया लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
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बता दें कि शहीद सिपाही का नाम सचिन राठी है। सचिन राठी मुजफ्फरनगर जिले के सदबार का रहने वाला था। 2019 बैच में सचिन की भर्ती यूपी पुलिस में हुई थी। इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सचिन की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।महकमे में भी शोक की लहर है। दो महीने बाद फरवरी में सचिन राठी की शादी होनी थी, लेकिन उससे पहले घर में मातम पसर गया, जिस समय अस्पताल से सचिन का शव बाहर निकला, उनकी मंगेतर भी वहां मौजूद थीं। रोते-बिलखती सचिन की मंगेतर को किसी तरह घरवालों ने संभाला। वह बार-बार शव वाहन में बैठने की जिद कर रही थी। बाद में परिजन उन्हें दूसरी कार में बैठाकर ले गए। माहौल बेहद भावुक कर देने वाला था। वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। सचिन कुल तीन बहन-भाई हैं।एक छोटी बहन है जबकि एक बड़ा भाई है। पिता खेती-किसानी करते हैं। बताया जा रहा है कि सचिन की मंगेतर भी सिपाही है और सौरिख थाने में तैनात है।
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