Ayodhya Railway Station: त्रेतायुग में सर्वसुविधा संपन्न रही श्रीराम की नगरी अयोध्या का प्राचीन वैभव दोबारा वापस लौट रहा है। एक तरफ श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या नगरी को दिव्य स्वरूप प्रदान करने की कवायद तेज गति से चल रही है। मोदी-योगी की डबल इंजन सरकार के प्रयासों से अयोध्या में जहां अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है, तो वहीं वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन (Ayodhya Railway Station) की सौगात भी जल्द अयोध्यावासियों को मिलने जा रही है। यह देश के सबसे खूबसूरत और आधुनिक सुविधाओं से संपन्न रेलवे स्टेशनों में से एक होगा।
10 हजार वर्गमीटर में है बिल्डिंग
अयोध्या में लगभग बनकर तैयार विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन (Ayodhya Railway Station) के फेज 1 का काम पूरा हो चुका है। इसमें पहले चरण में अयोध्या स्टेशन (Ayodhya Railway Station) के विस्तार को लेकर रेलवे 240 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है। स्टेशन को नया लुक दिया जा रहा है। इसमें खूबसूरत भवन, पार्किंग, कर्मचारियों के लिए आवास, रेलवे पुलिस के लिए कार्यालय, तीन नए प्लेटफार्मों का निर्माण, रोड निर्माण, ड्रेनेज संबंधी कार्य सहित अन्य काम हो रहे हैं। अयोध्या स्टेशन की बिल्डिंग की बात करें तो यह 10 हजार वर्गमीटर में फैला है।
लगभग पूरा हो चुका है काम
रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (राइट्स) के जेजीएम, एके जौहरी ने बताया कि अयोध्या रेलवे स्टेशन का काम 31 दिसंबर, 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। नए भवन में फिनिशिंग का काम चल रहा है। यहां बुजुर्गों और महिलाओं की सुविधा के लिए लिफ्ट व एस्केलेटर, एसी वेटिंग रूम, वॉशरूम, पेयजल बूथ, फूड प्लाजा समेत अन्य सुविधाएं तैयार हो चुकी हैं। पूरे भवन को एसी बनाया गया है। दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था होगी। स्टेशन करीब तीन किलोमीटर लंबा होगा। रेलवे स्टेशन के नए भवन का काम लगभग पूरा हो गया है।
अर्श से लेकर फर्श से तक दिखेगी भव्यता
अयोध्या रेलवे स्टेशन के विस्तार का काम 2018 में शुरू हुआ था। पहले चरण में बने भवन को श्रीराम मंदिर की तर्ज पर भव्य और आकर्षक बनाया गया है। भवन में लगी टाइल्स, पत्थर, शीशे, दरवाजे, लाइटिंग आदि इसकी भव्यता का एहसास करा रहे हैं। भवन के बीच में लगा भारी भरकम पंखा व ठीक उसके नीचे बनी फर्श की डिजाइन का आकर्षण यात्रियों का मन मोहने को तैयार है। यही नहीं स्टेशन परिसर के बाहर का विशाल परिसर भी इसकी भव्यता का गवाह बन रहा है। गेट भी बनाए गए हैं।
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स्टेशन पर उपलब्ध होंगी ये सुविधाएं
3 प्लेटफॉर्म, महिला, पुरुष एवं वीआईपी प्रतीक्षालय, फूड प्लाजा, कियोस्क, किताबों की दुकान, क्लॉक रूम, पर्यटक सूचना, यात्रा डेस्क, वाटर कूलर, दिव्यांगों के लिए अलग शौचालय, शिशु देखभाल कक्ष, यूएस रूम, बीमार कक्ष, लिफ्ट, 4 एस्केलेटर के अलावा बड़े कॉनकोर्स, वीआईपी लाउंज, प्रतीक्षा क्षेत्र, पर्यटक सूचना कार्यालय, रिटायरिंग रूम और लेडिज-जेंट्स डॉरमेट्री आदि सुविधाएं मिलेंगी। वहीं दूसरे चरण में शेष एयर कॉनकोर्स का कार्य प्रगति पर है। जिसकी लागत 480 करोड़ रुपए है।
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