Gorakhpur: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) के राज में अधिकारी इतने बेलगाम हो चुके हैं कि जनता के दुख-दर्द से उनका कोई वास्ता नहीं रह गया है। तहसील दिवस व संपूर्ण समाधान दिवस में पुलिस अधिकारियों के मोबाइल पर ताश खेलते अब तक कई वीडियो सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके कोई कार्यवाही न किए जाने से लापरवाह अधिकारियों को और बल मिल रहा है। नतीजा यह है कि समस्याओं के निस्तारण के लिए लोगों मुख्यमंत्री जनता दर्शन (Chief Minister Janata Darshan) में फरियाद लगाने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री जनता दर्शन में उमड़ी भीड़ को देखकर सीएम योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) भले ही अधिकारियों को समबद्ध तरीके से समस्याओं के निस्तारण का निर्देश दे रहे हैं, लेकिन वास्तविकता के धारातल पर उनके निर्देशों का कोई पालन होता नजर नहीं आ रहा है।
लखनऊ हो या गोरखपुर मुख्यमंत्री जनता दर्शन (Chief Minister Janata Darshan) में उमड़ रही भीड़, यह बताने के लिए काफी है की उत्तर प्रदेश की नौकरशाही कितनी भ्रष्ट हो चुकी है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) को अधिकारियों की खामियां नजर नहीं आ रही हैं। जबकि सच यह है कि अधिकारी व कर्मचारी जिम्मेदारी से अपना काम करते तो शायद मुख्यमंत्री में फरियादियों का मेला न लगता। गुरवार को गोरखनाथ मंदिर में उमड़ी फरियादियों की भीड़ को देखते हुए योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाकर खुद की पीठ थपथपाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) ने कहा है कि प्रदेश सरकार गंभीर बीमारियों के इलाज में लगातार भरपूर आर्थिक मदद दे रही है। किसी के भी इलाज में धन की बाधा सामने नहीं आने दी जाएगी। मरीज व उनके परिजन कतई चिंता न करें। उनके साथ एक संवेदनशील सरकार खड़ी है। अधिकारी पूरी संवेदना और प्राथमिकता के आधार पर इलाज में मदद संबंधी आवेदनों को निस्तारित करें, इस्टीमेट की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कर शासन को उपलब्ध कराएं। इस्टीमेट मिलते ही सहायता राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।
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गोरखनाथ मंदिर परिसर महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार के बाहर आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने करीब तीन सौ लोगों की समस्याएं सुनीं। कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक खुद पहुंचे। उनकी पीड़ा सुनी, उसे महसूस किया और समस्या के त्वरित निराकरण का निर्देश अधिकारियों को दिया। समस्या सुनने के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “समस्या कोई भी हो, मेरे रहते घबराने या चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है। सबकी समस्या का न्यायोचित समाधान करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। सीएम योगी से मिलने वालों में अधिक संख्या उन लोयों की थी जो इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे।
जमीनी विवाद से जुड़ी शिकायतों पर सीएम ने दो टूक कहा कि यदि कोई दबंग या माफिया किसी की जमीन कब्जा कर रहा हो तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही करें। समस्या कोई भी हो, उसका त्वरित, न्यायोचित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक समाधान होना चाहिए। महिलाओं के साथ आए बच्चों का मुख्यमंत्री ने हालचाल पूछा, पढ़ने के लिए प्रेरित कर उन्हें चाकलेट गिफ्ट किया।
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