लखनऊ। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों व स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के सम्मुख बैंक से जुड़ी हुई जो भी समस्याएं हैं, उनका जल्द से जल्द निस्तारण बैंकों द्वारा कराया जाना चाहिए। लाभार्थियों से जुड़ी शिकायतों को सक्षम बैंक अधिकारियों द्वारा पूरी गंभीरता से लिया जाए व अभियान चलाकर समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। निदेशक सूडा ने कहा कि समस्याओं के निपटारे हेतु बैंकों को विभाग की ओर से पूरा सहयोग दिया जाता रहा है और आगे भी दिया जाता रहेगा। अत: मिशन मोड में शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाए। जिससे पात्रों को योजनाओं का लाभ मिल सके। उक्त बातें आज सूडा भवन में बैंकर्स संग आयोजित आवश्यक बैठक के दौरान निदेशक सूडा डॉ. अनिल कुमार ने कहीं। उक्त बैठक में सहायक निदेशक सूडा श्रीमती मोनिका वर्मा ने भी प्रतिभाग किया।


बैठक में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत ऋण वितरण तथा लाभार्थियों के सम्मुख आने वाली बैंक से जुड़ी समस्याओं व स्वयं सहायता समूहों के लिए बैंक लिंकेज समेत बैंक से सम्बद्ध अन्य मुदï्दों पर चर्चा की गई।
आपको बताते चलें कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर्स को प्रथम लोन के रूप में 10000 रुपए, द्वितीय लोन के रूप में 20000 रुपए व तृतीय लोन के रूप में 50000 रुपए का ऋण बैंक द्वारा दिया जाता है। इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह यानी एसएचजी का बैंक लिंकेज किया जाता है। स्वयं सहायता समूह को बैंक लिंकेज के माध्यम से उनकी बचत के अनुरूप व बैंक अपनी ग्रेडिंग के हिसाब से उनकी बचत का अधिकतम चार गुना ऋण देते हैं।
इस बैठक में प्रदेश के सभी 75 जनपदों से परियोजना अधिकारियों व शहर मिशन प्रबंधक ने भी वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। इस दौरान बैंकर्स को समस्याओं से अवगत कराया गया। जिसे समस्त बैंक प्रतिनिधियों ने बेहद गंभीरतापूर्वक सुना व जल्द ही प्रभावी निस्तारण का आश्वासन भी दिया।


इस बैठक में बैंक ऑॅफ बड़ौदा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बड़ौदा यूपी बैंक, आर्यवर्त बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, बैंक ऑफ इण्डिया, प्रथमा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया, इण्डियन ओवरसीज बैंक, इण्डियन बैंक, यूको बैंक व केनरा बैंक के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

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