Taliban: अफगानिस्तान में तालिबान राज की वापसी के बाद इसका खौफ पूरी दुनिया में देखा जा रहा है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका विरोध किया जा रहा है, लेकिन खुलकर सामने आने की हिमाकत अभी तक किसी देश ने नहीं की है। सबकी निगाहें अमेरिका की तरफ टिकी हुई हैं, क्योंकि ऐसी चुनौतियों से अमेरिका हमेशा से निपटता रहा है। हालांकि तालिबान की तरफ से इस बार अपनी छवि सुधारने की कोशिश की गई थी, लेकिन उसकी फितरत अब सामने आने लगी है। आलिबान लड़के अफगानियों के साथ क्रूरता शुरू कर दी है तो वहीं अफगान से भारत के साथ होने वाले सभी तरह के आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
भारतीय निर्यात संगठन संघ (एफआईईओ) के महानिदेशक डॉ. अजय सहाय ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि तालिबान ने पाकिस्तान के ट्रांजिट मार्ग से माल की ढुलाई पर रोक लगा दी है, जिससे अफगानिस्तान में भारत से सामान की आवाजाही ठप हो गई है। उन्होंने बताया कि वह अफगानिस्तान के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अफगान से आयात पाकिस्तान के पारगमन मार्ग से होता है, लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान से माल की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसके चलते आयात लगभग पूरी तरह से बंद हो गया है।
अफगान में तेजी से बदल रहे हालात पर फेडरेशन ऑफ इंडिया एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन ने चिंता जाहिर की है। ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि आयात रुकने से आने वाले दिनों में ड्राई फ्रूट्स की कीते बढ़ जाएंगी। बता दे कि भारत 85 प्रतिशत सूखे मेवे का का आयात अफगानिस्तान से करता है।
इसे भी पढ़ें: खौफ में आईं अफगानी महिलाएं, 10 गुना बढ़ी बुर्के की कीमत
कंगाल ही रहेगा तालिबान
बंदूक के बल पर तालिबान भले ही अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया हो, लेकिन वह कंगाल ही रहेगा। क्योंकि अब उसको झटका देने की कोशिश दुनिया के कई देश कर रहे हैं। इन सब मामलों में सबसे आगे रहने वाले अमेरिका ने 706 अरब रुपए की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है, जिससे आतंकी संगठन तालिबान को बड़ा झटका लगा है। आईएमएफ यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अफगानिस्तान में तालिबान को अपने संसाधनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद पाबंदियां लगनी शुरू हो गई हैं।
इसे भी पढ़ें: अफगानिस्तान में फंसी फातिमा, मां ने लगाई गुहार