Kavita: मैं इस घर से प्रेम करता हूँ
मैं इस घर से प्रेम करता हूँ इस टूटे-फूटे और पुराने घर से जिसकी मिट्टी सुदूर मैदानों से खोदकर लाई गई थी बैलगाड़ियों में कभी पिता के ज़माने में प्रेम…
मैं इस घर से प्रेम करता हूँ इस टूटे-फूटे और पुराने घर से जिसकी मिट्टी सुदूर मैदानों से खोदकर लाई गई थी बैलगाड़ियों में कभी पिता के ज़माने में प्रेम…