Pitru Paksha में कागभुषंडी के रूप में कौवे को क्यों कराते हैं भोजन
Pitru Paksha: कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त थे और इन्हें यह वरदान प्राप्त था कि वो समय और टाइम के बाहर…
Pitru Paksha: कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त थे और इन्हें यह वरदान प्राप्त था कि वो समय और टाइम के बाहर…
Pitru Paksha: पितृ पक्ष, पितरों का याद करने का समय माना गया है। भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को ऋषि तर्पण से आरंभ होकर यह आश्विन कृष्ण अमावस्या तक जिसे महालया कहते…
Pitru Paksha: श्रद्धा भाव है और श्राद्ध कर्मकाण्ड। श्रद्धा मन का प्रसाद है। प्रसाद आंतरिक आनंद देता है। पतंजलि ने श्रद्धा को चित्त की स्थिरिता या अक्षोभ से जोड़ा है।…
Pauranik Katha: ब्रह्माजी जब सृष्टि की रचना कर रहे थे उस दौरान उनसे असुर कुल में गया नामक असुर की रचना हो गई। गया असुरों के संतान रूप में पैदा…
Pitru Paksha: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का समय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह अवधि भाद्रपद मास की पूर्णिमा से अमावस्या तक होती है, जिसे पितृपक्ष के रूप में मनाया…
Pitru Paksha: पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नहीं है। यह ऐसी पूजा है जिसमें अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं,…
Pitru Paksha: भारतीय जीवन संस्कृति की अति महत्वपूर्ण विशेषता है अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान की भावना। इसी सम्मान की अभिव्यक्ति के लिए हमारी सांस्कृति यात्रा में पितृपक्ष के रूप…
Pitru Paksha: सनातन संस्कृति केवल विश्वास यानी अंग्रेजी के शब्द बिलीफ पर आधारित नहीं है। यह विशुद्ध विज्ञान है। इसमें समाहित प्रत्येक सोपान का विशुद्ध विज्ञान है। इसके सभी दिन…
Pitru Paksha: पितृपक्ष के 15 दिन अति प्रासंगिक हैं। जीवन के सबसे महत्वपूर्ण। सबसे गंभीर। सबसे संवेदनशील और सर्वाधिक पवित्र। इन दिनों की ऊर्जा वर्ष के अन्य दिनों से बिल्कुल…
Pitru Paksha: शाब्दिक अर्थों में ‘पितृ’ से अर्थ ‘ पिता, पितर या पूर्वज’ आदि होता है, किंतु धार्मिक मान्यताओं में जब पितृपक्ष या पितरों की बात आती है, तो इससे…