दूर-दूर तक कजली की अलख जगाई

  वर्ष 1961 में ‘रंगभारती’ की स्थापना के साथ मैंने लोकगीतों की रक्षा का अभियान शुरू कर दिया था। उत्तर प्रदेश के ‘ब्याह’, ‘बेड़ा सोहर’, ‘चैती’ एवं घरेलू लोकगीतों की…

कजली तीज की वह भयानक रात!

Kajri Teej: प्रयागराज में जब मैं देश के सुविख्यात दैनिक ‘भारत’ में स्थानीय समाचार सम्पादक एवं मुख्य संवाददाता था तो मेरे वरिष्ठ सहयोगी रामनिधि शर्मा जिलों के समाचार के प्रभारी…

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