दूर-दूर तक कजली की अलख जगाई

  वर्ष 1961 में ‘रंगभारती’ की स्थापना के साथ मैंने लोकगीतों की रक्षा का अभियान शुरू कर दिया था। उत्तर प्रदेश के ‘ब्याह’, ‘बेड़ा सोहर’, ‘चैती’ एवं घरेलू लोकगीतों की…

जनेऊ क्या है और इसका क्या है महत्व?

सुधीर तिवारी भए कुमार जबहिं सब भ्राता। दीन्ह जनेऊ गुरु पितु माता॥ जनेऊ क्या है आपने देखा होगा कि बहुत से लोग बाएं कांधे से दाएं बाजू की ओर एक…

Other Story