व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं पं. युगल किशोर शुक्ल: प्रो. संजय द्विवेदी

नई दिल्ली: पं. युगल किशोर शुक्ल का पूरा जीवन हिंदी पत्रकारिता, भारतबोध और सामाजिक प्रतिबद्धताओं को समर्पित था। उन्होंने पत्रकारिता में मूल्यों को समझा था और लोक कल्याण और जनसरोकार…

हिंदी पत्रकारिता के प्रवर्तक पं. युगल किशोर शुक्ल के नाम पर होगा आईआईएमसी का पुस्तकालय

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान का पुस्तकालय अब पं. युगल किशोर शुक्ल ग्रंथालय एवं ज्ञान संसाधन केंद्र के नाम से जाना जाएगा। हिंदी पत्रकारिता के प्रवर्तक पं. युगल किशोर…

पर्यावरण संरक्षण से ही बचेगा जीवन: प्रो. संजय द्विवेदी

World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी…

वरिष्ठ पत्रकार शिवअनुराग पटेरिया नहीं रहे, आईआईएमसी के महानिदेशक ने जताया दुख

नई दिल्ली/इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और लेखक शिवअनुराग पटेरिया का बुधवार सुबह इंदौर में निधन हो गया है। श्री पटेरया कोरोना से ग्रस्त होकर इंदौर के बाम्बे हॉस्पिटल में इलाज करा…

नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार भगवतीधर वाजपेयी, आईआईएमसी के महानिदेशक ने जताया दुख

नई दिल्ली। वयोवृद्ध पत्रकार और राष्ट्रीय भावधारा के लेखक भगवतीधर वाजपेयी (96 वर्ष) का जबलपुर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन पर भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी)…

प्रो. दविंदर कौर उप्पल का निधन, आईआईएमसी महानिदेशक ने जताया दुख 

नई दिल्ली। प्रख्यात मीडिया शिक्षक और जनसंचार विशेषज्ञ प्रो. दविंदर कौर उप्पल (75 वर्ष) का बीती रात भोपाल में निधन हो गया। वे कुछ समय से कोरोना से पीड़ित थीं और…

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ‘लर्निंग टू लर्न’ पर विशेष ध्यान देने की जरूरत: अमित खरे

नई दिल्ली। हमें अगर भारत को वर्ष 2040 में ‘नॉलेज पावर’ बनाना है, तो ज्ञान प्राप्त करने के साथ- साथ नए ज्ञान का सृजन भी करना होगा। इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा…

शुक्रवार संवाद में बोले जल शक्ति मंत्री, ‘जल आंदोलन’ को ‘जन आंदोलन’ बनाने की जरूरत

नई दिल्ली। जल के महत्व को समझते हुए प्रत्येक व्यक्ति को जल संरक्षण का प्रयास करना चाहिए। अब वक्त आ गया है जब ‘जल आंदोलन’ को ‘जन आंदोलन’ में बदला…

राजभाषा सम्मेलन में बोले डॉ. सुमीत जैरथ, वैश्विक भाषा के रूप में उभर रही है हिंदी

नई दिल्ली। हिंदी एक जन भाषा, संपर्क भाषा और राजभाषा के बाद अब वैश्विक भाषा के रूप में उभर रही है। विश्व के कई देशों में हिंदी का बढ़ता प्रयोग…

आईआईएमसी के सेमिनार में बोले डॉ. जितेंद्र सिंह ‘न्यू इंडिया’ में ‘न्यू असम’ की महत्वपूर्ण भूमिका

नई दिल्ली। जब भारत आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, तब असम की पत्रकारिता 175 वर्ष पूर्ण कर चुकी है। आज से 25 वर्ष बाद जब भारत…

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