Poetry: मेरे जीवन के उद्देश्य
दीन दुखी के उर के भीतर, वर्मा करता सदा बसेरा। और मरीजों की सेवा में सदा समर्पित जीवन मेरा।। जनमानस की व्यथा देखकर मेरी आँखे भर आती है। जड़ता दूर…
दीन दुखी के उर के भीतर, वर्मा करता सदा बसेरा। और मरीजों की सेवा में सदा समर्पित जीवन मेरा।। जनमानस की व्यथा देखकर मेरी आँखे भर आती है। जड़ता दूर…