Kahani: पुण्यों का मोल

Kahani: एक व्यापारी जितना धनी था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक यज्ञ में उसने अपना सब कुछ दान कर दिया। अब उसके…

Kahani: निंदा का परिणाम

Kahani: एक राजा जरूरतमन्दों को अपने महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोइया खुले आँगन में भोजन पका रहा था। उसी समय एक चील अपने पंजे…

Kahaani: अपनी गठरी टटोलें

Kahaani: दो आदमी यात्रा पर निकले। दोनों की रास्ते में मुलाकात हुई। दोनों का गंतव्य एक था, तो दोनों यात्रा में साथ हो चले। सात दिन बाद दोनों के अलग…

लोक संस्कृति से व्यक्ति को जोड़ने का काम करती हैं कथाएं: प्रो. द्विवेदी

-मीडिया 360 लिटरेरी फाउंडेशन द्वारा ‘कथा संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली: “भारत विश्व का पहला देश है, जहां कथा का जन्म हुआ। हमें गर्व है कि किस्सागोई की परंपरा…

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