Mumbai Train Firing: ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तमाम प्रयास किए गए हैं, बावजूद इसके यात्रियों की सुरक्षा आज भी बड़ा सवाल बना हुआ है। यात्रियों की सुरक्षा में लगे जवान वसूली आदि करके यात्रियों का उत्पीड़न करते रहते हैं। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की ये वसूली साधारण यात्रियों से की जाती है, जिसका जिक्र कहीं नहीं होता। वहीं सोमवार को मुंबई-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एक कांस्टेबल ने फायरिंग करते हुए बड़ी घटना को अंजाम दिया है। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के एक कॉन्स्टेबल ने ASI और 3 अन्य यात्रियों पर फायरिंग कर दी। चलती ट्रेन में हुई इस घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सहमे यात्री ट्रेन रुकने का इंतजार करने लगे और बाद में जब ट्रेन रुकी तो शवों को उतारा गया। वहीं आरोपी कॉन्स्टेबल को हिरासत में लिया गया।
ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने घटना के बारे में बताया, गोलीबारी की यह घटना सुबह करीब 5 से 5.30 की है। एक यात्री ने ने बताया कि वह सो रहा था, तभी गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी। आवाज सुनकर जब उसकी आंख खुली तो देखा वहां खून बिखरा हुआ था और ASI साहब मरे हुए पड़े थे। जानकारी के मुताबिक, फायरिंग की यह घटना ट्रेन संख्या 12956 के कोच B-5 में हुई। ट्रेन में सवार कॉन्स्टेबल चेतन राम ने अपने साथियों पर ही फायरिंग कर दी। फायरिंग में ASI टीकाराम की गोली लगने से मौत हो गई, वहीं साथ में बैठे 3 यात्रियों पर भी गोली चला दी, जिससे उनकी भी मौत हो गई। बोरीवली स्टेशन पर ट्रेन रुकने पर सभी शवों को उतार दिया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी चल रही है।
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खबरों के मुताबिक, कॉन्स्टेबल चेतन राम ने ट्रेन में ASI टीकाराम को गोली मारने के बाद कुछ यात्रियों को गन प्वाइंट में रखा था। इसी दौरान उसने 3 यात्रियों को भी गोली मार दी। वेस्टर्न रेलवे ने इस घटना को लेकर बयान जारी किया है। रेलवे के मुताबिक, मुंबई-जयपुर एक्सप्रेस जब पालघर स्टेशन पार कर गई थी, उसी समय आरपीएफ कॉन्स्टेबल ने फायरिंग की। उसने पहले एएसआई पर गोली चलाई और इसके बाद तीन अन्य यात्रियों को भी गोली मार दी। दहीसर स्टेशन के पास कॉन्स्टेबल ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया और हथियार भी जब्त कर लिया गया है।
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