लखनऊ: स्वतंत्रता दिवस के बाद बच्चों की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल-कॉलेज लंबे समय से बंद चल रहे हैं। ऐसे में बच्चे शिक्षक और पढ़ाई के दबाव से स्वतंत्र चल रहे थे। हालांकि ऑनलाइन बच्चों की क्लॉस चल रही थी, लेकिन पढ़ाई का जो माहौल स्कूलों का होता है वह नहीं दिख रहा था। बच्चे शिक्षकों की डांट-फटकार के भय से मुक्त होकर अपनी मर्जी के हिसाब से पढ़ाई का कोरम पूरा कर रहे थे। वहीं योगी सरकार ने संक्रमण की दर कम होने के बाद अब स्कूल-कॉलेजों को आधी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के बाद 16 अगस्त से खोले जा सकेंगे।
ऐसे में छात्रों और अभिभावकों के मन में पड़ाई के शेड्यूल को लेकर कई तरह के सवाल उमड़ रहे हैं। तो बता दें कि 16 अगस्त से स्कूलों में दो पालियों में पए़ाई शुरू होगी। पहली पाली सुबह 8 बजे से शुरू होगी और दोपहर 12 बजे तक चलेगी, वहीं दूसरी पाली 12.30 से शाम 4.30 बजे तक चलेगी। 50 प्रतिशत छात्रों को पहली पाली और शेष 50 प्रतिशत छात्रों को दूसरी पाली में बुलाया जाएगा। साथ ही शनिवार और रविवार को कोरोना कर्फ्यू होने की वजह से शिक्षण कार्य सोमवार से शुक्रवार तक ही होगा। इसी व्यवस्था के तहत विश्वविद्यालयों में 1 सितंबर से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
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जानकारी के मुताबिक शिक्षण संस्थानों के संचालन के साथ ही 18 वर्ष से ऊपर के छात्रों के टीकाकरण के लिए विशेष शिविर भी लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल-कॉलेजों को कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराने का भी निर्देश दिया है। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि माध्यमिक विद्यालयों में 5 अगस्त से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि स्नातक प्रथम तथा स्नातकोतर प्रथम वर्ष के छात्रों कों प्रोन्नत किया गया है। इसके चलते स्नातक तथा स्नातकोतर द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए उच्च शिक्षण संस्थान भौतिक रूप से 16 अगस्त से खोल दिए जाएंगे।
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