Jaunpur: सरकार की तरफ से चुस्त शासन के दावे भले किए जा रहे हो, पर लापरवाह अधिकारियों के चलते दबंगों की दबंगई जारी है। जौनपुर जिले के बदलापुर तहसील के बनवीरपुर गांव में दबंगों ने एक अल्पसंख्यक परिवार का रास्ता रोक दिया है। उसके रास्ते में कांटे बिछा दिए गए हैं। लगातार उसे जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। दबंगों का आलम यह है कि इन के भय से परिवार पूरी तरह सदमे में जी रहा है। नसीर अहमद वल्द शहादत कोई पीढ़ियों से गांव में रहे हैं। उनके पुरखों को जमींदारी के समय बसाया गया था, उसके बाद से लेकर इनकी तीन पीढ़ियां यहां गुजर चुकी है।
नसीर अहमद के सबसे छोटे बेटे खुर्शीद अहमद ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किन का रास्ता भवनाथ सिंह पुत्र हृदय नारायण, अंकित सिंह पुत्र बालेंद्र सिंह इसके अलावा कुशल सिंह पुत्र धर्मेंद्र सिंह, राजू दुबे पुत्र मनोज कुमार दुबे और मनोज दुबे पुत्र स्वर्गीय रामनरेश दुबे उर्फ बगड़ दुबे इन सभी लोगों ने एक राय होकर नसीर अहमद के परिवार का आवागमन का रास्ता रोक दिया है। इसके साथ ही साथ इन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। दबंगों के परिवार के लोगों के खौफ से यह परिवार हलकान और परेशान है। कोर्ट से स्टे आर्डर मिलने के बावजूद भी दबंग अभी तक उसे मानने तक को तैयार नहीं हैं। अपनी ऊंची रसूख का हवाला देकर यह बार-बार परिवार को धमकाते और जाति सूचक गालियां दिया करते हैं। औरतें अगर किसी काम से बाहर निकलती हैं तो उन्हें लाठी-डंडे लेकर खदेड़ा जा रहा है।
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खुर्शीद अहमद ने बताया कि उनके परिवार को खत्म कर देने तक की भी धमकी दी जा रही है। परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई है। इनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक इनकी बात पहुंचे और इन्हें तथा उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। लगातार दबंगों के दबाव के कारण यह परिवार सदमे में जी रहा है। नसीर अहमद की तबीयत भी लगातार बिगड़ती जा रही है। खुर्शीद अकेला कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहा है, जिसे अपने पिता की खिदमत करनी चाहिए थी। उसको इन लोगों ने साजिश करके कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पर मजबूर कर दिया है। जरा सी बात पर भी यह लोग अपनी धौंस जमाने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में परिवार बार-बार शासन प्रशासन और मुख्यमंत्री से अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहा है।
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