हेमन्त कुमार मिश्र
Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के रूद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में एक हेक्टेयर भूमि को लेकर पिछले नौ वर्षों से चल रहे विवाद ने 2 अक्टूबर की सुबह अंततः खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। रूद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गाँव की जमीन छह लोगों की हत्या से रक्त रंजित हो गई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की ईंट से कूच कर हत्या कर दी गयी, जिसके कुछ ही समय बाद प्रेम चन्द्र यादव पक्ष के कई लोगों की भीड़ ने लाठी डंडे, ईंट पत्थर व बन्दूक लेकर फायरिंग करते हुए सत्य प्रकाश दूबे के घर पर धावा बोल दिया। सत्य प्रकाश दूबे, पत्नी, दोनों बेटियों और एक बेटे की बेरहमी से हत्या कर दिया।
प्रेमचंद्र यादव ने जबरन रजिस्ट्री करा ली जमीन
दरअसल सत्य प्रकाश दुबे के भाई ज्ञान प्रकाश दुबे उर्फ साधु दुबे अविवाहित थे। बताया जाता है कि सपा से जिला पंचायत सदस्य रहे प्रेमचंद यादव वर्ष 2014 में पहचान पत्र बनवाने के बहाने ज्ञान प्रकाश उर्फ साधु को घर से उठा ले गया और साधु के हिस्से की एक हेक्टेयर भूमि को प्रेमचंद ने अपने भाई रामजी यादव के नाम रजिस्ट्री करा ली। साधु यादव को उसने बंधक बनाकर अपने घर पर रख लिया। सत्य प्रकाश ने भाई की जमीन धोखे से रजिस्ट्री करने की शिकायत पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से की। न्यायालय में भी इसे लेकर बाद दाखिल किया। सत्य प्रकाश और प्रेमचंद में विवाद की शुरुआत यहीं से हुई। सत्य प्रकाश दुबे ने 07 फ़रवरी, 2023 को मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और प्रेमचंद को मनबढ़ व अपराधिक प्रवृत्ति का बताते हुए मुख्यमंत्री से जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
देवरिया में ब्राह्मण परिवार के नरसंहार की असली वजह कुछ और है..
ग्रामीणों के मुताबिक सत्यप्रकाश ने 6-7 दिन पहले रूद्रपुर पुलिस को तहरीर देकर प्रेम यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन, शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई। #देवरिया पुलिस अफसर इस बात पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। pic.twitter.com/KSHlxkulD1
— Gaurav Pandey (@gaurav5pandey) October 3, 2023
बदला लेने के लिए पूरे परिवार को उतारा मौत के घाट
यह भी आरोप है कि सत्य प्रकाश दूबे व अन्य लोगों ने मिलकर प्रेमचंद यादव की ईंट से कूच कर हत्या कर दी। इसके बाद प्रेमचंद यादव पक्ष लोगों ने बदला लेने के लिए सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर चढ़ गए और लाठी-डंडा, धारदार हथियार, ईंट, पत्थर व बंदूक से फायरिंग करते हुए दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए और एक साथ पूरे परिवार पर टूट पड़े। हमलावरों ने 56 वर्षीय सत्य प्रकाश दुबे, 48 वर्षीय उनकी पत्नी किरण देवी, 17 वर्षीय बेटी सलोनी, 15 वर्षीय बेटी नंदिनी और 10 वर्ष के बेटे दीपेश उर्फ गांधी की लाठी डंडे से पीटने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी। सत्य प्रकाश के सबसे छोटे बेटे अनमोल दुबे को हमलावर मरा हुआ समझकर छोड़ दिया। गांव वालों की सूचना पर पुलिस पहुंची पुलिस ने अनमोल को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। जहां गंभीर हालत में उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
देवरिया में ब्राह्मण परिवार के नरसंहार के बाद प्रेम यादव के घर और जमीन की पैमाइश शुरू हो गई। अब बाबा का बुल्डोजर भी पहुंचने वाला है।
प्रेम यादव प्रापर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। रसूख के दम पर उसने गांव जमीन हड़पने का काम करता था। अपने साढ़ू की जमीन पर भी कब्जा कर लिया था। pic.twitter.com/Iz0gFbEqx1
— Gaurav Pandey (@gaurav5pandey) October 3, 2023
लोगों की जमीन हड़पता था प्रेम यादव
सत्य प्रकाश यादव दबंगई के आधार पर इंटर कॉलेज खलिहान एवं वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा किया हुआ है। इस परिवार में ग्राम प्रधान रहते हुए व प्रेम यादव को जिला पंचायत सदस्य रहते हुए काफी जमीनें कब्जा किया हुआ है। अब प्रशासन कुंभ करणी नींद से जगा है। प्रशासन के अंदर अगर संवेदना होती तो कैसे कोई सरकारी भूमि को अवैध तरीके से कब्जा कर लेता। पुलिस व प्रशासन के लोग पूर्व जिला पंचायत प्रेम चन्द्र यादव के घर पर आते थे।
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कमीशन के तौर पर पुलिस को मिलती थी मोटी रकम
लोगों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन के लोग प्रेमचंद के घर पर चाय पीने आते थे और हिस्से के तौर पर मोटी रकम लेकर चले जाते थे। प्रशासन सचेत होता तो यह नौबत ही नहीं आती। प्रधान पर भी अंकुश लगता, उसके कुकृत्यों पर भी विराम लगता। इस तरह छह लोगों की जानें नह जाती। इसके जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी हैं, जो पैसे लेकर के मामले पर पर्दा डालने का काम कर रहे थे।
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सरकारी भूमि पर बना है दो मंजिला मकान
प्रेम चन्द्र यादव कि जो दो मंजिला मकान बना हुआ है वह सरकारी ग्राम सभा की भूमि पर बना हुआ है। राजस्व और पुलिस की टीम जो कमीशन लेकर कब्जा करवाते थे, वह अब कार्रवाई करने में लगे हैं। बड़े अपराधियों की सूची में अब प्रेम यादव का नाम भी शामिल कर लिया जाएगा। राजस्व विभाग की जांच में यह पाया गया कि जितनी जमीन कागज में प्रेमचंद यादव के पास है, उससे कहीं ज्यादा उसके कब्जे में है। अब तक जो नापा गया है उस पर प्रशासन ने दिखा दिया कि यह अवैध कब्जा है। सबसे पहले दो मंजिला मकान पर बुलडोजर चलेगा।
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