लखनऊ: यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की खातिरदारी करने वाले डिप्टी जेलर समेत 5 पुलिस अधिकारियों को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। गौरतलब है कि पूर्वांचल का डॉन कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी यूपी की बांदा जेल में बंद हैं। बता दें कि पिछले काफी दिनों से मुख्तार की कोई चर्चा नहीं हो रही थी। जबकि इससे पहले मुख्तार और उसके समर्थकों की तरफ से जेल में प्रताड़ित करने और हत्या किए जाने जैसे गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे। लेकिन अचानक सब शांत होने के बाद यह लगने लगा था कि मुख्तार अंसारी को जेल के अंदर पहले जैसी सारी सुख सुविधाएं मिलने लगी हैं।
बता दें कि सोमवार रात को करीब 9 बजे डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन भारी पुलिस बल के साथ बांदा मंडल कारागार में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें जेल का गेट बंद होने की वजह से करीब 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। ऐसे में इन अधिकारियों को जेल के अंदर अनियमितता की आशंका हुई और उन्होंने जेल निरीक्षण के दौरान वह चीजे देख लीं जो उन्हें महीने की रूटीन जांच के दौरान नजर नहीं आती थी।
इसे भी पढ़ें: आधा सच दिखाकर ऐतिहासिक भूल कर रहा है मीडिया
काफी देर बाद जेल के अंदर पहुंचने पर जिलाधिकारी और एसपी को जेल के अंदर व्यापक स्तर पर अनियमितता मिली। इसकी शिकायत उत्तर प्रदेशा शासन से की गई। जिसके आधार पर प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बांदा जेल के डिप्टी जेलर से समेत 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। मुख्तार अंसारी की खातिरदारी करने वाला बांदा जेल इकलौता नहीं है। जेल प्रशासन की तरफ से यहां बंद रसूखदार कैदियों की इसी तरह आवभगत की जाती है। वहीं साधारण मामले में जेल पहुंचे सामान्य कैदियों के साथ जेल पुलिस का व्यवहार उन्हें आगे चलकर और आक्रामक बना देता है। क्योंकि उन्हें पता चल जाता है कि जेल के अंदर भी रसूख चलता है। शायद यहीं वह है कि एकबार जेल जाने के बाद साधारण सा कैदी बड़ा अपराधी बन जाता है।
इसे भी पढ़ें: भाजपा ने अपनी दबी हुई दुम दिखा दी!